नयी दिल्ली : मोदी सरकार (Narendra Modi Government) अयोध्या को पर्यटन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की योजना पर काम कर रही है. अयोध्या (Ayodhya) के बारे में सभी जानते हैं लेकिन अपने वनवास के दौरान श्रीराम (Lord Rama) जहां-जहां गये उनमें तमाम स्थानों के बारे में लोग नहीं जानते. श्रीलंका (Sri Lanka) तक राम के सफर को जोड़कर रामायण सर्किट (Ramayan Circuit) का खाका तैयार करने में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय जुटा है.
इसके तहत भक्तों और पर्यटकों को उन अनजाने स्थलों से भी रू-ब-रू करवाया जायेगा, जहां से भगवान श्रीराम से नाता रहा है. अतिरिक्त महानिदेशक रुपिंदर बराड़ के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या नगरी का विकास होगा. इसमें केंद्र के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर काम करेगी. युवा पर्यटकों के लिए भी अलग तरह से योजना बन रही है.
अतुल्य भारत के तहत केंद्र सरकार विदेशों में भारत के पर्यटन स्थलों की जानकारी देती है. इसी में 2021 से केंद्र सरकार तिरुपति बालाजी, सिद्धि विनायक, बनारस, हरिद्वार, केदारनाथ, शिरडी की तर्ज पर अयोध्या को भी जोड़ेगी. आने-जाने से लेकर अन्य जानकारियां भी मुहैया करवायी जायेगी.
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आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अयोध्या नगरी के विकास में स्थानीय युवाओं को तबज्जो दी जायेगी. केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय युवाओं को आईआईटीएफसी कोर्स करने का मौका दे रही है. इसमें अयोध्या नगरी व भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों की जानकारी, स्थानीय पर्यटन स्थलों, हिंदी और अंग्रेजी के साथ अन्य भाषाओं की ट्रेनिंग भी दी जायेगी.
वे गाइड, होटल इंडस्ट्री आदि से जुड़कर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे. इसी के तहत गत दिवस अयोध्या में पहला सेमिनार भी हुआ. इसमें स्थानीय कॉलेजों के हजार से अधिक छात्रों को जोड़ा गया था.
Posted By: Amlesh Nandan.