राजस्थान कैबिनेट में फेरबदल पर रामदास अठावले का वार, बोले – कांग्रेस का दलित प्रेम महज एक दिखावा
रविवार को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के उस बयान पर वार किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नई कैबिनेट में चार दलित मंत्रियों को जगह दी गई है. हमारी पार्टी चाहती है कि दलित, उपेक्षित, पिछड़े लोगों का प्रतिनिधित्व हर जगह होना चाहिए.
मुंबई : रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को राजस्थान में हो रहे मंत्रिमंडल विस्तार पर वार किया है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि कांग्रेस का दलितों के साथ प्यार दर्शाना महज एक दिखावा है. इस फेरबदल से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. राजस्थान में बीजेपी की ही सरकार बनेगी.
रविवार को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के उस बयान पर वार किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नई कैबिनेट में चार दलित मंत्रियों को जगह दी गई है. हमारी पार्टी चाहती है कि दलित, उपेक्षित, पिछड़े लोगों का प्रतिनिधित्व हर जगह होना चाहिए. काफी समय से हमारी सरकार में दलितों का प्रतिनिधित्व नहीं था, अब भरपाई की है. आदिवासियों का भी प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया.
सचिन पायलट के इस बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि कांग्रेस की दलितों को आगे बढ़ाने की नीति दिखाने की है. कांग्रेस दलितों को उनका हक दिलाने में असफल रही. यही कारण है कि 2014 में बीजेपी सरकार में आई. इस फेरबदल से फर्क नहीं पड़ेगा. राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनेगी.
बता दें कि राजस्थान में रविवार की शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. रविवार की शाम चार बजे राजभवन में 15 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. इसमें 11 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री शामिल किए गए हैं.
गहलोत की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत को शपथ दिलाई जाएगी. वहीं, विधायक जाहिदा खान, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढ़ा और मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी.
इसके साथ ही, गहलोत मंत्रिमंडल में इन नए मंत्रियों के आने से अधिकतम 30 मंत्रियों का कोटा पूरा हो जाएगा. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मंत्रिमंडल फेरबदल की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 15 विधायकों को संसदीय सचिव और सात को मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त किया जाएगा. उन्होंने बताया कि नए मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय से चार सदस्य और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय से तीन सदस्य होंगे. इसके अलावा एक मुस्लिम चेहरा के साथ तीन महिलाएं भी शामिल होंगी.