कब पीक पर होगा कोरोना संक्रमण, कब घटेगी इसकी रफ्तार, जानें एम्स के डायरेक्टर ने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर क्या कहा…
Corona Virus, Rapid Growth of Covid in India, AIIMS: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकरा मचा दिया है. हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. तो वहीं, हजारों लोग हर दिन इस बीमारी की चपेट में आकर काल के गाल में समा रहे हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि कोरोना की रफ्तार कब तक इसी तरह बढ़ती रहेगी, क्या इसकी वृद्धि पर ब्रेक लगेगा.
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पूरे देशमें कोरोना का कहर
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हर दिन बढ़ रही है संक्रमितों की संख्या
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हर दिन 4 लाख पार हो रही है संक्रमितों की संख्या
Corona Virus, Rapid Growth of Covid in India, AIIMS: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकरा मचा दिया है. हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. तो वहीं, हजारों लोग हर दिन इस बीमारी की चपेट में आकर काल के गाल में समा रहे हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि कोरोना की रफ्तार कब तक इसी तरह बढ़ती रहेगी, क्या इसकी वृद्धि पर ब्रेक लगेगा. दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कोरोना की दूसरी लहर को लेकर कई सवालों के जवाब दिये हैं.
रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि देश के अलग अलग हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार अलग अलग होगी. उन्होंने कहा कि पीक पर आने के बाद महाराष्ट्र में कोरोना के मामले अब घटने लगे है. वहीं, यूपी और दिल्ली में हालत कुछ हद तक स्थिर हैं. उन्होंने कहा है कि मई के अंत तक यहां कोरोना की रफ्तार धीमी हो सकती है. मई के अंत तक नये मामलों की संख्या में कमी आएगी.
कब तक पीक पर रहेगा कोरोनाः दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने यहभी कहा है कि नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल में फिलहाल कोरोना के मामलों में इजाफा होगा. अगले महीने से संक्रमितों की संख्या में कमी आ सकती है. बता दें, बंगाल में चुनाव के बाद से कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि, मध्य भारत, उत्तर भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में इस महीने के अंत या अगले महीने की शुरुआत कोरोना पीक पर रह सकता है.
कब से होंगे हालात में सुधारः कोरोना पीक कबतक रहेगा, और कब से हालात में सुधार होने लगेंगे, इस पर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि यह लोगों पर निर्भर करता है कि कब से केस में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि, सबसे अहम काम कोरोना के ट्रांसमिशन चेन को तोड़ना है. इसके लिए सभी को कोरोना प्रोटोकॉल की कड़ाई से पालन करना होगा. सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं और बहुत जरूरी न हो तो घरों से न निकले.
वैक्सीनेशन के बाद भी बरतें सावधानीः डॉ. गुलेरिया का कहना है कि कई जगहों पर लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में उन्होंने कहा है कि वैक्सीन सो फीसदी कारगार नहीं है. वैक्सीनेशन के बाद 80 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी बनेगी. ऐसे में जरूरी है कि वैक्सीन के बाद भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करें. उन्होंने यह भी कहा फिलहाल कोरोना के जितने वेरिएंट है सभी पर वैक्सीन कारगर है.
Posted by: Pritish Sahay