Rashtrapatni Remark Row: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान पर गुरुवार को संसद के भीतर जबरदस्त सियासी घमासान मचता दिखाई दिया. इसे लेकर संसद के दोनों ही सदनों में खासा हंगामा और बहसबाजी हुई. वहीं, शुक्रवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अपनी उस टिप्पणी के लिए माफी मांग ली, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहकर संबोधित किया था.
अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिये भूलवश एक गलत शब्द का इस्तेमाल किया. कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह जुबान फिसलने से कारण हुआ. मैं माफी मांगता हूं और आपसे आग्रह करता हूं कि आप इसे स्वीकार करें.
Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury tenders apology to President Droupadi Murmu over "Rashtrapatni" remark.
"…I assure you that it was a slip of the tongue. I apologise and request you to accept the same," reads his letter. pic.twitter.com/dM1shdVU2C
— ANI (@ANI) July 29, 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने इसी विषय को लेकर शनिवार को राष्ट्रपति से मुलाकात का समय मांगा है. उल्लेखनीय है कि अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति राष्ट्रपत्नी कहकर संबोधित किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था. बीजेपी और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार किये और संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही भी बाधित हुई. बीजेपी ने कांग्रेस को आदिवासी, महिला और गरीब विरोधी करार देते हुए कहा था कि मुख्य विपक्षी दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए.
कांग्रेस ने दावा किया था कि लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कई बीजेपी नेताओं ने सोनिया गांधी के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए. दूसरी तरफ, चौधरी ने सफाई देते हुए कहा था कि चूकवश उनके मुंह से एक शब्द निकल गया, जिसे बीजेपी तिल का ताड़ बना रही है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात कर माफी मांगेंगे. लेकिन, इन पाखंडियों से माफी नहीं मांग सकते. बीजेपी ने अधीर रंजन चौधरी की राष्ट्रपत्नी वाली टिप्पणी और कांग्रेस ने सोनिया गांधी के साथ लोकसभा में हुए व्यवहार लेकर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया, जिस कारण शुक्रवार भी कार्यवाही बाधित हुई थी.