Pegasus स्पाईवेयर के जरिये फोन टैपिंग कर नेताओं की जासूसी कराने के मामले में कांग्रेस और सरकार आमने -सामने हो गयी है. एक ओर जहां कांग्रेस ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर सरकार पर यह आरोप लगाया है कि वह राहुल गांधी सहित अपने कुछ मंत्रियों की भी जासूसी करा रही है और इस मसले को लेकर कांग्रेस ने संसद में भी सरकार को घेरा, वहीं इस मुद्दे को लेेकर भाजपा भी कांग्रेस पर हमलावर है.
एक ओर तो आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार पर स्तरहीन आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का इतिहास ही जासूसी का रहा है वो हमपर ऐसे शर्मनाक हमले कर रही है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आखिर मानसून सत्र के पहले ही पैगासस का बम क्यों फोड़ा गया है. क्या इसके पीछे किसी अंतरराष्ट्रीय साजिश का हाथ है. मैं यह कहना चाहता हूं कि क्या भारत में कुछ पार्टियां सुपारी लेकर काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मैं यह बात बहुत जिम्मेदारी से कह रहा हूं.
BJP strongly refutes, condemns the baseless & bereft of political propriety comments leveled by Congress against the BJP. It is a new low for a party that has ruled India for more than 50 years: BJP leader Ravi Shankar Prasad on Congress' presser on 'Pegasus Project' media report pic.twitter.com/ZOOXPNa8ZU
— ANI (@ANI) July 19, 2021
कांग्रेस पार्टी अपनी दुर्गति छुपाने के लिए सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रही है. हम इस तरह के आरोपों की निंदा करते हैं. मंत्री रविशंकर ने कहा कि Pegasus मामले में ना तो सरकार और ना ही भाजपा के खिलाफ कोई सुबूत हैं. यह आरोप अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है, जो देश भारत की तरक्की को देख नहीं ना पा रहे हैं पीएम मोदी के नेतृत्व में देश जिस तरह तरक्की की है उसके खिलाफ यह साजिश है.
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रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश सबकुछ देख और समझ रहा है. कांग्रेस ने जिस तरह का शर्मनाक आरोप लगाया है वह भारत पर हमला है. इससे पहले लोकसभा में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी कांग्रेस के सभी आरोपों को खारिज किया.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस काॅन्फ्रेस कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाये और कहा कि सरकार ने राहुल गांधी सहित अपने कई मंत्रियों की भी जासूसी कराई है. यह संविधान द्वारा दिये गये निजता के अधिकार का हनन है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह देशद्रोह का मामला है इसलिए गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए.
Pegasus स्पाईवेयर का मामला संसद में जमकर उठाया गया और विपक्ष ने हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे के बीच ही आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जासूसी के आरोप गलत हैं. भारत में फोन टैपिंग के खिलाफ पहले से ही सख्त कानून हैं इसलिए देश में यह संभव ही नहीं है. उन्होंने कि फोन टैपिंग की कार्रवाई तभी होती है जब देश की सुरक्षा से जुड़ा कोई मुद्दा हो. उन्होंने विपक्ष के सारे आरोपों को खारिज कर दिया.
फोन टैपिंग मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है. प्रियंका गांधी ने कहा कि यह निजता का हनन है और मोदी सरकार अगर ऐसा कर रही है तो यह संविधान का अपमान है. यह लोकतंत्र पर खतरा है. वहीं राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि हम जानते हैं कि वह फोन का सबकुछ पढ़ रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने रविवार रात को यह खबर दी कि भारत में Pegasus स्पाईवेयर का प्रयोग किया जा रहा है जिसके जरिये भारत में कई राजनेताओं, एक्टिविस्ट, बिजनसमैन और मीडिया हाउस की जासूसी कराई जा रही है. उसके बाद भारत के एक वेबसाइट ने कई डाटा जारी किये जिससे इस बात की जानकारी मिल रही है कि भारत में कई राजनेताओं जिनमें सत्ता पक्ष के भी कई नेता है उनकी जासूसी कराई गयी है. इस वेबसाइट ने यह जानकारी दी है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का फोन दो से अधिक बार टैप किया गया, जबकि राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर के फोन टैपिंग का दावा भी यह वेबसाइट कर रहा है. इस वेबसाइट और विदेशी मीडिया द्वारा किये गये दावे के बाद यह मामला चर्चा में आ गया है.
Pegasus स्पाईवेयर एक साॅफ्टवेयर है जो 2016 में अस्तित्व में आया था, उसवक्त यह एक लिंक के जरिये फोन को हैक करता था, जिसे संबंधित व्यक्ति के फोन पर भेजा जाता था, लेकिन अब यह स्पाईवेयर बहुत विकसित हो गया है और उसे ऐसे किसी लिंक की जरूरत नहीं होती है. इसका एक उदाहरण यह है कि 2019 में व्हाट्सएप ने पेगासस पर यह आरोप लगाया था कि उसने साधारण कॉल के जरिये 14 सौ से अधिक फोन को संक्रमित किया था. जो कॉल आपके पास आता है आप उसका जवाब दें या ना दें आपके फोन पर कॉल आते ही पेगासस का कोड उस फोन में इंस्टॉल हो जाता है. Pegasus ने आईफोन के आईमैसेज के जरिये उसे भी हैक किया है.
Pegasus स्पाईवेयर का निर्माण इजरायल की एनएसओ कंपनी ने किया है. कंपनी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जो खबर छपी है वो भ्रामक है. हम केवल सरकारों को अपना साॅफ्टवेयर देते हैं और वह भी किसी की जान बचाने के लिए . यानी की आतंकवाद या अपराध रोकने के लिए हम Pegasus साॅफ्वेयर किसी भी देश को देते हैं.
Posted By : Rajneesh Anand