गुजरात चुनाव 2022: ‘जामनगर का चुनाव एक टी 20 मैच की तरह’, देखें रविंद्र जडेजा का ये वीडियो
क्रिकेटर रविंद्र जडेजा ने एक वीडियो अपने ट्विटर वॉल पर शेयर किया. इस वीडियो में वो अपनी पत्नी के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं. जामनगर के लोगों और क्रिकेट प्रशंसकों से पत्नी के पक्ष में वोट डालने की अपील करते हुए, उन्हें भारी मतों से जिताने की बात जडेजा ने की है.
Gujarat Election 2022 : गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार तेज हो चला है. इस क्रम में क्रिकेटर रविंद्र जडेजा भी अपनी पत्नी रीवाबा जडेजा के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रीवाबा को जामनगर (उत्तर) सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट पर मुकाबला रोचक होने वाला है. दरअसल यहां से क्रिकेटर की बहन यानी रीवाबा की ननद भी हैं जो कांग्रेस की नेता हैं.
रविंद्र जडेजा ने मांगा वोट
क्रिकेटर रविंद्र जडेजा ने एक वीडियो अपने ट्विटर वॉल पर शेयर किया. इस वीडियो में वो अपनी पत्नी के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं. जामनगर के लोगों और क्रिकेट प्रशंसकों से पत्नी के पक्ष में वोट डालने की अपील करते हुए, उन्हें भारी मतों से जिताने की बात जडेजा ने की है. जडेजा ने कहा है कि गुजरात चुनाव जो है वो एक टी 20 मैच की तरह है. मेरी पत्नी भाजपा के टिकट से राजनीति में अपनी पहली शुरुआत करने जा रही है. सोमवार को वह अपना नामांकन दाखिल करेंगी. उन्होंने कहा कि जामनगर के लोगों और सभी क्रिकेट प्रेमियों से मेरी अपील है कि बड़ी संख्या में पहुंचे और समर्थन करें.
જામનગર ના મારા તમામ મિત્રો ને મારુ દીલ થી આમંત્રણ છે. જય માતાજી🙏🏻 pic.twitter.com/olZxvYVr3t
— Ravindrasinh jadeja (@imjadeja) November 13, 2022
रवींद्र जडेजा की बहन यहां से कांग्रेस की नेता
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने जामनगर नॉर्थ के मौजूदा विधायक धर्मेंद्र सिंह जडेजा का टिकट काट दिया है. उनकी जगह रीवाबा जडेजा को पार्टी ने मैदान में उतारा है. आपको बता दें कि रवींद्र जडेजा की बहन नयनाबा एक स्थानीय कांग्रेस नेता हैं जिन्हें हाल में ही विपक्षी दल की राज्य महिला शाखा में सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है.
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 का हाल
जहां हिमाचल प्रदेश में जनता हर बार अलग-अलग पार्टियों को मौका देती है. वहीं गुजरात की सत्ता पर करीब 27 साल से भाजपा ने कब्जा जमा रखा है. यदि आपको याद हो तो साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पहले की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया था जिससे पार्टी को बल मिला था. गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 77 जबकि भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा को 99 सीटों पर जीत मिली थी.