राजीव गांधी की हत्या में शामिल 6 दोषियों की रिहाई, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेस में निराशा
कांग्रेस ने इस मामले में कहा है कि पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन और आरपी. रविचंद्रन को समय से पहले रिहा किये जाने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह अस्वीकार्य और गलत है.
सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी शुक्रवार (11 नवंबर) को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे दोषियों रिहा करने का आदेश दे दिया है. इस फैसले के साथ ही नलिनी श्रीहरन समेत छह दोषियों का समय से पहले रिहाई का रास्ता साफ हो गया. बता दें, सभी जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे थे. गौरतलब है कि राजीव गांधी हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन ने अपनी रिहाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट से में अपील की थी.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जताई नाराजगी: इधर, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. कांग्रेस ने इस मामले में कहा है कि पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन और आरपी. रविचंद्रन को समय से पहले रिहा किये जाने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह अस्वीकार्य और गलत है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी कहा कि सर्वोच्च न्यायालत ने भारत की भावना के अनुरूप कदम नहीं उठाया.
जयराम रमेश ने क्या कहा: कांग्रेस पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को समय से पहले रिहा करने का उच्चतम न्यायालय का फैसला पूरी तरह अस्वीकार्य औ्र दोषपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस फैसले की आलोचना करती है. जयराम रमेश ने यह भी कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उच्चतम न्यायालय ने इस मुद्दे पर भारत की भावना के अनुरूप कदम नहीं उठाया. बता दें, उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन और आरपी रविचंद्रन को समय से पहले रिहा करने का आदेश दिया है. बता दें, दोनों ने समय-पूर्व रिहाई की मांग को लेकर शीर्ष अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था.
उच्चतम न्यायालय के फासले को लेकर कांग्रेस में नाराजगी है. कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में उम्रकैद की सज़ा काट रही नलिनी श्रीहरन और आर. पी. रविचंद्रन को समय से पहले रिहा किये जाने का उच्चतम न्यायालय का फैसला पूरी तरह अस्वीकार्य और गलत है. कांग्रेस ने कहा कि पार्टी स्पष्ट रूप से इसकी आलोचना करती है और इसे अरक्षणीय पाती है,