Loading election data...

Religion Conversion : हिंदू छोड़कर इस्लाम या ईसाई धर्म अपनाया तो खत्म हो जायेगा आरक्षण,रविशंकर प्रसाद ने आज राज्यसभा में दी बड़ी जानकारी

राज्यसभा में दूसरे धर्म को लेकर सवाल किया गया था इसी सवाल पर कानून मंत्री ने स्पष्ट किया कि वह लोग जिन्होंने अपना धर्म हिंदू, सिंख और बौद्ध अपनाया है, उन्हें अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2021 4:42 PM
an image

अगर दलित ईसाई या इस्लाम धर्म अपनाते हैं तो उनके आरक्षण का लाभ खत्म हो जायेगा आज केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में यह जानकारी दी उन्होंने बताया अगर दलित इस्लाम या ईसाई धर्म अपनाते हैं तो आरक्षण का लाभ ले नहीं सकेंगे ऐसे लोग अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से संसदीय या विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ सकेंगे.

राज्यसभा में दूसरे धर्म को लेकर सवाल किया गया था इसी सवाल पर कानून मंत्री ने स्पष्ट किया कि वह लोग जिन्होंने अपना धर्म हिंदू, सिंख और बौद्ध अपनाया है, उन्हें अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.

Also Read: Inter Caste Marriage : दूसरे जाति में विवाह को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने की बड़ी टिप्पणी कहा, युवाओं को बुजुर्गों की धमकी का सामना करना पड़ता है

साथ ही इन धर्मों में शामिल होने वालों को आरक्षण का लाभ भी मिलेगा. अगर हिंदू, सिख औऱ बौद्ध के अलावा किसी धर्म को अपनाते हैं तो उन्हें अनुसूचित जाति का सदस्य नहीं माना जाएगा. साथ ही उन्होंने यह साफ किया है कि प्रतिनिधित्व कानून में कोई भी संशोधन को लेकर प्रस्ताव नहीं लाया गया था

Also Read: धारा 370 हटने के बाद से जम्मू कश्मीर कितना बदला ? अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए गिनाईं बड़ी बातें

साल 2015 में इस पर कोर्ट ने भी टिप्पणी की थी जिसमें कहा था कि अगर कोई व्यक्ति एक बार हिंदू धर्म छोड़कर ईसानी बनता है तो सामाजिक और आर्थिक परेशानियां सामने आती है तो उसे कोई लाभ नहीं मिलेगा. साफ है कि वह अब अनुसूचित जाति से संबंध नहीं रखता है. रविशंकर प्रसाद ने यह भी साफ कर दिया कि इस्लाम और ईसाई धर्म चुनने वाले दलितों और हिंदू बनने वाले दलितों में फर्क स्पष्ट है.

Exit mobile version