Republic Day 2023: इस थीम पर रहेगी गुजरात, असम सहित अधिकतर राज्यों की झांकियां, मोहेगी दर्शकों का मन!
Republic Day 2023: एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि गृह मंत्रालय दो झांकी प्रदर्शित करेगा, जिनमें एनसीबी और सीएपीएफ की एक-एक झांकी शामिल होगी. अधिकारी के अनुसार, कृषि मंत्रालय, जनजातीय मामलों के मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की एक-एक झांकी कर्तव्य पथ पर दर्शकों को आकर्षित करेगी.
Republic Day 2023: राष्ट्रीय राजधानी के पुनर्निमित कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गुजरात, पश्चिम बंगाल और कई अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की रंगारंग झांकियां दर्शकों का मन मोहेंगी. अधिकांश झांकियों का विषय ‘नारी शक्ति’ है. रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि भारत की जीवंत सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति को दर्शाने वाली कुल 23 झांकियां 26 जनवरी को औपचारिक परेड का हिस्सा होंगी. इन झांकियों में से 17 विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तथा छह झांकियां विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की होंगी.
गृह मंत्रालय दो झांकी करेगा प्रदर्शित
एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि गृह मंत्रालय दो झांकी प्रदर्शित करेगा, जिनमें स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की एक-एक झांकी शामिल होगी. अधिकारी के अनुसार, कृषि मंत्रालय, जनजातीय मामलों के मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की एक-एक झांकी कर्तव्य पथ पर दर्शकों को आकर्षित करेगी. आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी भी कर्तव्य पथ पर नजर आएगी.
क्या रेल मंत्रालय की तरफ से भी कोई झांकी निकाली जाएगी?
यह पूछे जाने पर कि क्या रेल मंत्रालय की तरफ से भी कोई झांकी निकाली जाएगी, उन्होंने कहा, “नहीं, इस साल की परेड में रेल मंत्रालय की कोई झांकी नहीं होगी.” अधिकारी ने बताया कि विभिन्न राज्यों द्वारा इस वर्ष अपनाई गई थीम काफी हद तक सांस्कृतिक विरासत और अन्य विषयों के अलावा ‘नारी शक्ति’ है. पश्चिम बंगाल की झांकी में कोलकाता की दुर्गा पूजा को दर्शाया गया है और यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में इसके शामिल होने का जश्न मनाया गया है.
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असम की झांकी में पौराणिक अहोम सेनापति लचित बोरफुकन और प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर
असम की झांकी में पौराणिक अहोम सेनापति लचित बोरफुकन और प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर सहित इसके सांस्कृतिक स्थलों को गर्व से दिखाया गया है. पिछले साल राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ किए जाने के बाद इस ऐतिहासिक पथ में आयोजित यह पहला गणतंत्र दिवस समारोह होगा. फुल ड्रेस रिहर्सल परेड सोमवार को होगी. रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने पहले कहा था कि 74वां गणतंत्र दिवस समारोह पुनर्निमित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में होगा और सरकार ने जनता के लिए 32,000 टिकट ऑनलाइन बिक्री के लिए रखे हैं.
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव इस साल के परेड के लिए हरियाणा की झांकी का विषय
इस बीच, चंडीगढ़ से प्राप्त समाचार के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव इस साल के गणतंत्र दिवस परेड के लिए कर्तव्य पथ पर हरियाणा की झांकी का विषय है और इसमें भगवद गीता में वर्णित भगवान कृष्ण की एक “विराट स्वरूप” प्रतिमा को चित्रित किया जाएगा. एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल ने कहा कि झांकी भगवद गीता का संदेश देगी और महाभारत युद्ध के विभिन्न दृश्यों को भी बारीकी से प्रदर्शित करेगी.