गणतंत्र दिवस के उल्लास में पूरा देश झूम रहा है. हर जगह राष्ट्रीय पर्व को लेकर समारोह का आयोजन हो रहा है. देश का राजधानी दिल्ली में भी शानदार परेड के साथ कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इस मौके पर पूरी दिल्ली में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा के लिए दिल्ली में 6 हजार जवानों की तैनाती की गई है. जमीन से आसमान तक निगरानी की जा रही है.
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम: दिल्ली को सुरक्षा के लिहाज से आज अभेद्य किला में बदल दिया गया है. दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री, एनएसजी, एसपीजी और सेना के जवानों के हाथों में सुरक्षा की कमान सौंपी गई है. वहीं, सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां को पूरी तरह अलर्ट रखा गया है. इसके अलावा कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में आने वालों के लिए कुल 24 हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं. उम्मीद की जा रही है गणतंत्र दिवस समारोह में 60 से 65 हजार लोग शामिल हो सकते हैं.
क्यूआर कोड से मिलेगी अंदर जाने की इजाजत: कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाले परेड और समारोह देखने जाने वाले के लिए प्रवेश क्यूआर कोड के आधार पर होगा. दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रणव तयाल ने बताया कि प्रवेश पास पर दिए गए क्यूआर कोड के आधार पर एंट्री होगी. बिना वैध पास या टिकट के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
सीसीटीवी कैमरे से निगरानी: दिल्ली के डीसीपी प्रणव तयाल ने कहा कि 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और उनमें से कुछ चेहरा पहचान वाली प्रणाली से लैस हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की ड्रोन रोधी टीम को भी तैनात किया जाएगा. इसके अलावा पूरे शहर में वाहनों की जांच की जा रही है. वहीं, बम निरोधक दस्ता और श्वान दल बाजारों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों और अन्य अहम क्षेत्रों में जांच कर रहे हैं.