Republic Day 2024: परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर, ऐसी है राजधानी दिल्ली में सुरक्षा की तैयारी
गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली पूरी तरह तैयार है. कई राज्यों की झांकियां निकलने वाली है. साथ ही कई अहम कार्यक्रमों का आयोजन होगा. दिल्ली के लाल किला पर जब तिरंगा फहराया जाएगा तो कर्तव्य पथ की रखवाली में करीब 14 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे.
Republic Day Security at New Delhi: गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली पूरी तरह तैयार है. कई राज्यों की झांकियां निकलने वाली है. साथ ही कई अहम कार्यक्रमों का आयोजन होगा. दिल्ली के लाल किला पर जब तिरंगा फहराया जाएगा तो कर्तव्य पथ की रखवाली में करीब 14 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे. कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान इनकी निगाहें सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने पर होगी. दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा है कि इस साल परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर करीब 77,000 लोगों के आने की संभावना है. ऐसी स्थिति में सुरक्षा के इंतजाम भी पुख्ता किए गए है.
कर्तव्य पथ में लगभग 14,000 सुरक्षाकर्मी होंगे तैनात
गणतंत्र दिवस के लिए दिल्ली के चारों ओर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है. साथ ही 26 जनवरी के समारोह के लिए सुरक्षा, यातायात और जिला इकाइयां मिलकर केंद्रीय एजेंसियों के साथ काम कर रही है. जानकारी सामने आ रही है कि कर्तव्य पथ के मुख्य क्षेत्र में लगभग 14,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा. साथ ही कमांडो, त्वरित प्रतिक्रिया दल, पीसीआर वैन, मोर्चा, विध्वंस रोधी जांच और स्वाट टीम को कर्तव्य पथ और दिल्ली में अहम स्थानों पर तैनात किया जाएगा. दिल्ली पुलिस किसी भी आपात स्थिति को नाकाम करने के लिए पेशेवर तत्परता से तैयार बताई जा रही है.
कैमरों में बेहतरीन तकनीक का इस्तेमाल
सीसीटीवी की संख्या के सवाल पर पुलिस ने कहा कि कैमरों की सटीक संख्या साझा नहीं की जा सकती, लेकिन कैमरों में बेहतरीन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है और वे तथा कर्मी कार्यक्रम स्थल के हर कोने पर नजर रखेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने हवाई खतरों से भी निपटने की तैयारी कर ली है. पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि अयोध्या के राम मंदिर में सोमवार को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद दिल्ली के “संवेदनशील” इलाकों में शांति बनी रहे. उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के बीच आपसी सहयोग की मदद से सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम रखी जा रही है.
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नयी दिल्ली को 28 जोन में बांटा गया
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था, जोन दो) मधुप तिवारी ने कहा कि परेड में कम से कम 77,000 लोगों के आने की संभावना है. मधुप तिवारी ने कहा, “सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने नयी दिल्ली जिले को 28 जोन में बांटा है. प्रत्येक जोन का नेतृत्व डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) या अतिरिक्त डीसीपी स्तर के अधिकारी करेंगे.” परेड नयी दिल्ली जिले से शुरू होगी. उन्होंने कहा कि गुमशुदा व्यक्ति बूथ, हेल्पडेस्क, प्राथमिक चिकित्सा कियोस्क और सुविधा बूथ स्थापित किए गए हैं, जहां आगंतुक परेड स्थल पर जाने से पहले अपने वाहनों की चाबियां जमा कर सकते हैं.
लोगों से समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने का अनुरोध
मधुप तिवारी ने लोगों से समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने और गहन जांच के दौरान सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करने का भी अनुरोध किया. प्रवेश द्वार पर जूतों की जांच के सवाल पर तिवारी ने कहा कि ”जामा तलाशी” होगी. तिवारी ने कहा कि बल हाई अलर्ट पर हैं और भीड़-भाड़ वाले इलाकों और दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों पर नजर रख रहे हैं. विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) एचजीएस धालीवाल ने कहा कि 25 जनवरी की रात 10 बजे से दिल्ली की सीमा सील कर दी जाएंगी और भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा.