Republic Day 2025: परेड को लेकर तैयारी पूरे जोर-शोर से हो रही है. इस बार गणतंत्र दिवस में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कुल 2361 कैडेट भाग ले रहे हैं, जिसमें 917 लड़कियां शामिल है. यह एनसीसी कैडेट की अब तक की सबसे अधिक संख्या है. शुक्रवार को एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीर पाल सिंह ने कहा कि महीने भर चलने वाले इस शिविर में देश भर के कैडेट भाग लेंगे, जिनमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से 114 और पूर्वोत्तर क्षेत्र से 178 कैडेट शामिल हैं. युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत 18 मित्र देशों के लगभग 135 कैडेट शिविर में शामिल होंगे. शिविर के दौरान कैडेट सांस्कृतिक और प्रशिक्षण प्रतियोगिताओं जैसी कई गतिविधियों में शिरकत करेंगे.
इसका मकसद भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं से अवगत कराना, कैडेटों के व्यक्तिगत गुणों को बढ़ाना और उनकी मूल्य प्रणाली को मजबूत करना है. इस शिविर में उपराष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, तीनों सेनाओं के प्रमुख और रक्षा सचिव सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे. 26 जनवरी 2025 को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी की एक मार्चिंग टुकड़ी भी भाग लेगी. 27 जनवरी 2025 को इसका समापन होगा.
एनसीसी में बढ़ रही लड़कियों की संख्या
एनसीसी के निदेशक ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े वर्दीधारी युवा संगठन का 76 साल पूरा हो चुका है और इस दौरान एनसीसी के कैडेट ने कई कार्यों में अहम योगदान दिया है. एनसीसी कैडेटों की संख्या 17 लाख से बढ़कर 20 लाख हो गयी है, जिसमें 40 फीसदी लड़कियां हैं. नियमित 1162 वार्षिक प्रशिक्षण शिविरों के अलावा 6 विशेष राष्ट्रीय एकता शिविर और 33 एक भारत श्रेष्ठ भारत शिविर आयोजित किए गए. इस दौरान माउंट कांग यात्से (लद्दाख) और माउंट अबी गामिन (उत्तराखंड) के लिए विशेष पर्वतारोहण अभियान, गंगा और हुगली पर 550 कैडेटों द्वारा अपनी तरह का पहला विशेष नौकायन अभियान जिसमें 1,720 किलोमीटर की दूरी तय की गयी.
मुंबई से विशाखापट्टनम तक समुद्र तट के साथ नौकायन अभियान, जिसमें 3045 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. 40 कैडेटों द्वारा 14 दिनों में 410 किलोमीटर की दूरी तय करके दांडी मार्च का ऐतिहासिक मंचन किया गया. मेरठ से नई दिल्ली, हुसैनीवाला से नयी दिल्ली तक साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया. एनसीसी ने अपने स्थापना दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसमें 40 हजार यूनिट रक्तदान किया गया.
‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत नौ लाख से अधिक पेड़ लगाए गए. आठ लाख से अधिक कैडेटों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में भाग लिया और चार लाख से अधिक कैडेटों ने स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत अभियान में भाग लिया. इस साल साइबर जागरूकता और आपदा प्रबंधन जैसे विषयों पर कैडेटों का प्रशिक्षण और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम (एनपीसीआईएल) जैसे संस्थानों का दौरा भी आयोजित किया गया.