नयी दिल्ली : देश का 72वां गणतंत्र दिवस कई मायनों में खास होगा. इस बार जहां राजपथ पर परेड में पहली बार लड़ाकू विमान ‘राफेल’ आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा. वहीं, राजपथ पर राम मंदिर की झांकी भी दिखेगी. पहली बार लद्दाख की झांकी राजपथ पर दिखेगी. वहीं, राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड की समाप्ति के बाद नये कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की भी ट्रैक्टर परेड शुरू होगी. इसमें बैलगाड़ी और ट्रैक्टर-ट्रॉली शामिल होगी.
किसान नेताओं ने कहा है कि ट्रैक्टर परेड में देश भर की करीब एक लाख ट्रैक्टर और ट्रॉलियां परेड में शामिल होंगी. रैली में शामिल सभी तिरंगा लगे सभी ट्रैक्टरों पर लोक संगीत और देशभक्ति गीत भी बजाये जायेंगे. यह ट्रैक्टर रैली दिल्ली की सीमाओं सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, पलवल बॉर्डर और शाहजहांपुर बॉर्डर से होने की संभावना है. ट्रैक्टर रैली राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड की समाप्ति के बाद शुरू होगी और शाम छह बजे करीब समाप्त होगी.
बताया जाता है कि इस रैली में खेती और किसाना आंदोलन से संबंधित झांकियां भी शामिल की जायेंगी. इसमें किसान आंदोलन का इतिहास, महिला किसानों की भूमिका के साथ-साथ राज्यों में खेती के लिए अपनायी जानेवाली भिन्न-भिन्न प्रकार के तरीके शामिल किये जायेंगे. झांकी में पानी की समस्या, पहाड़ी इलाकों में खेती, पारंपरिक और आधुनिक कृषि तकनीक, गाय का दूध निकालने के तरीके, बैलगाड़ी आदि का प्रदर्शन किया जायेगा.
गणतंत्र दिवस परेड में ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘हम फिट तो इंडिया फिट’ और ‘वोकल फॉर वोकल’ पर भी जोर रहेगा. परेड में शामिल सांस्कृतिक झांकियों में ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हम फिट तो इंडिया फिट’ की झलक दिखायी जायेगी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समारोह में युवाओं, कलाकारों से ‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर देने की बात कही है.
कोरोना संक्रमण काल के बावजूद गणतंत्र दिवस समारोह में ‘अनेकता में एकता’ दिख रही है. देश के विभिन्न राज्यों से गणतंत्र दिवस शिविर आये कलाकारों में ‘अनेकता में एकता’ दिख रही है. पश्चिम बंगाल, गुजरात, तमिलनाडु, लद्दाख, असम से आये लोग दूसरी भाषा नहीं जानते हुए भी सांकेतिक भाषा यानी हाथ के इशारों के जरिये संवाद कायम कर रहे हैं. सामनेवाले व्यक्ति के चेहरे का भाव भी कोरोना संक्रमण काल में मास्क लगाने के कारण नहीं दिख रहे हैं. इसके बावजूद लोग दूसरे साथियों की मदद से समझ-बूझ रहे हैं.
समारोह में वायुसेना के कुल 38 और थल सेना के चार विमान प्रदर्शन करेंगे. एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर, तेजस विमान और स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र, सुखोई-30 एमकेआई, स्वदेशी आकाश मिसाइल और रोहिणी राडार के मॉडल भी राजपथ पर दिखेगा. वहीं, जगुआर और मिग-29 विमानों के साथ-साथ राफेल विमान आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा.
18 राज्यों और केंद्र शसित प्रदेश और मंत्रालयों की झांकी में राजपथ पर अयोध्या के राम मंदिर, दीपोत्सव और राम के साथ-साथ उनके जीवन की घटनाएं झांकी में दिखायी जायेंगी. साथ ही भगवान राम की वेशभूषा में एक व्यक्ति भी झांकी में दिखेगा. पहली बार लद्दाख की झांकी राजपथ पर उतरेगी. वहीं, साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में लोक कलाकारों की प्रस्तुति भी गणतंत्र दिवस परेड में आकर्षण का केंद्र होगी. परेड में नौसेना की झांकी में ‘आईएनएस विक्रांत’ और 1971 की लड़ाई के नौसैन्य अभियानों की झलक दिखायी जायेगी. साथ ही कराची बंदरगाह पर भारत के हमले को दिखाया जायेगा. साथ ही केदारनाथ, सिख गुरु का बलिदान भी देखने को मिलेगा.
परेड में 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान पर भारत की जीत और बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम की 50वीं वर्षगांठ का जश्न के मौके पर बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी भी परेड में हिस्सा लेगी. इस टुकड़ी में बांग्लादेश के सशस्त्र बलों के तीनों अंगों (थल सेना, वायुसेना और नौसेना) के सदस्य शामिल होंगे. वहीं, देश भर से आये बच्चे भी समारोह उपस्थिति दर्ज करेंगे.
गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की है. जमीन से आसमान तक सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किये गये हैं. हजारों सशस्त्र जवानों को तैनात कर दिया गया है. किसानों की ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर सुरक्षा इंतजामों को और पुख्ता कर दिया गया है. भीड़ भरे बाजारों में गश्त बढ़ा दी गयी है. वाहनों की चेकिंग की जा रही है. आतंकवाद-रोधी उपाय भी किये जा रहे हैं. रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, हवाई अड्डा और बस टर्मिनल पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. होटलों, गेस्ट हाउस और अन्य प्रतिष्ठानों के गार्डों को चौकस रहने का निर्देश दिया गया है.