गणतंत्र दिवस : राजपथ पर उतरेंगे श्रीराम, 1971 की जीत और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की झलक के साथ समारोह का मुख्य आकर्षण होगा ‘राफेल’
The Republic Day, Republic day parade, Rajpath : नयी दिल्ली : भारत की 72वें गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार हाल ही में वायुसेना में शामिल किये गये लड़ाकू विमान 'राफेल' आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा. वहीं, राजपथ पर अयोध्या के राम मंदिर, दीपोत्सव और राम के साथ-साथ उनके जीवन की घटनाएं झांकी में दिखायी जायेंगी. साथ ही भगवान राम की वेशभूषा में एक व्यक्ति भी झांकी में दिखेगा. लद्दाख की झांकी पहली बार देखने को मिलेगी.
नयी दिल्ली : भारत की 72वें गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार हाल ही में वायुसेना में शामिल किये गये लड़ाकू विमान ‘राफेल’ आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा. वहीं, राजपथ पर अयोध्या के राम मंदिर, दीपोत्सव और राम के साथ-साथ उनके जीवन की घटनाएं झांकी में दिखायी जायेंगी. साथ ही भगवान राम की वेशभूषा में एक व्यक्ति भी झांकी में दिखेगा. लद्दाख की झांकी पहली बार देखने को मिलेगी.
इसके अलावा 18 राज्यों और केंद्र शसित प्रदेश और मंत्रालयों की झांकी में राजपथ पर बारह ज्योतिर्लिगों में से एक बाबा केदारनाथ, सिख गुरु के 400वें प्रकाश पर्व को लेकर सिख गुरु का बलिदान भी देखने को मिलेगा.
वहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हम फिट तो इंडिया फिट’ की झलक देखने को मिलेगी. साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में लोक नृत्य की प्रस्तुति देते विभिन्न राज्यों के कलाकार भी गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य आकर्षण होंगे.
समारोह के फ्लाईपास्ट में वायुसेना के कुल 38 और थल सेना के चार विमान शामिल होंगे. पहले खंड में सबसे पहले एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय ध्वज और सेना के तीनों अंगों के झंडे लिये हुए आयेंगे. इसके बाद चार हेलीकॉप्टर ‘ध्रुव’ फार्मेशन बनायेंगे. अंतिम फार्मेशन ‘रुद्र’ होगा.
दूसरे खंड में नौ फार्मेशन होंगे. इनमें ‘सुदर्शन’, ‘रक्षक’, ‘भीम’, ‘नेत्र’, ‘गरुड़’, ‘एकलव्य’, ‘त्रिनेत्र’, ‘विजय’ और ‘ब्रह्मास्त्र’ शामिल होंगे. साथ ही दो जगुआर और मिग-29 विमानों के साथ राफेल विमान ‘एकलव्य’ फार्मेशन बनायेगा.
हल्के लड़ाकू विमान तेजस और स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र परेड की झांकी में शामिल होंगे. साथ ही सुखोई-30 एमकेआई, स्वदेशी आकाश मिसाइल और रोहिणी राडार के मॉडल भी राजपथ पर दिखेगा.
1971 की लड़ाई में भारत की जीत और बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम की 50वीं वर्षगांठ का जश्न के मौके पर बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी भी परेड में हिस्सा लेगी. इस टुकड़ी में बांग्लादेश के सशस्त्र बलों के तीनों अंगों (थल सेना, वायुसेना और नौसेना) के सदस्य शामिल होंगे.
परेड में नौसेना की झांकी में ‘आईएनएस विक्रांत’ और 1971 की लड़ाई के नौसैन्य अभियानों की झलक दिखायी जायेगी. साथ ही कराची बंदरगाह पर भारत के हमले को दिखाया जायेगा.
राजपथ पर उत्तर प्रदेश की झांकी में प्राचीन शहर अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति, दीपोत्सव की झलक और राम के जीवन की घटनाएं झांकी में दिखायी जायेंगी.
पंजाब की झांकी में सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर के सर्वोच्च बलिदान और सिख गुरु के 400वें प्रकाश परब को दिखाया जायेगा. इसके अलावा गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब को भी दिखाया जायेगा.
श्रम और रोजगार मंत्रालय ‘मेहनत को सम्मान, अधिकार एक समान’ विषय पर तैयार झांकी प्रस्तुत करेगा. साथ ही श्रम सुधारों और श्रमिकों को मिलनेवाले लाभों को दिखाया जायेगा.
मालूम हो कि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर 20 जनवरी से 15 फरवरी तक मानवरहित विमान, पैराग्लाईडर और गर्म गुब्बारे जैसी चीजों के उड़ाने पर रोक लगा दी है.