उत्तराखंड में 2 लापता ट्रेकर्स की तलाश जारी, ट्रैक पर गये 11 लोगों की मौत, खराब मौसम के कारण हो रही परेशानी
18 अक्टूबर को 17 पर्वतारोही लमखागा पास हिमालय ट्रैक पर गए थे. ट्रैकर के सदस्य खराब मौसम और बर्फबारी के कारण भटक गये थे. उसी के बाद से सभी लापता है. लेकिन खोजबीन में 11 ट्रैकर्स के शव बरामद हुए हैं. चार के रेस्क्यू कर लिया गया है. 2 की खोजबीन की जा रही है.
उत्तराखंड के लमखागा दर्रे पर वायुसेना का राहत और बचाव कार्य जारी है. लमखागा पास में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर गया पर्वतारोही का दल खराब मौसम और तेज बर्फबारी में रास्ता भटक गया था. बता दे 18 अक्टूबर को 17 पर्वतारोही लमखागा पास हिमालय ट्रैक पर गए थे. ट्रैकर के सदस्य खराब मौसम और बर्फबारी के कारण भटक गये थे. उसी के बाद से सभी लापता है. लेकिन खोजबीन में 11 ट्रैकर्स के शव बरामद हुए हैं. चार के रेस्क्यू कर लिया गया है. 2 की खोजबीन की जा रही है.
राहत और बचाव दल को लमखागा दर्रे की ओर जाने वाले इलाके से अब तक कुल 11 शव मिल चुके हैं. इसके बाद अन्य लोगों का तलाश की जा रही है. बता दें, लमखागा दर्रा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले को उत्तराखंड के हरसिल से जोड़ने वाला सबसे खतरनाक दर्रा में से एक है. सेना के जवान हेलिकॉप्टर की मदद से लापता पर्यटकों की तलाश कर रहे हैं.
जारी है राहत और बचाव अभियान: गौरतलब है कि, एसडीआरएफ ()SDRF) 17 पर्यटकों में से 4 पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है. जबकि 11 लोगों का शव मिला है. वहीं बचे हुए दो लोगों का तलाश की जा रही है. एसडीआरएफ का एक दल लापता पर्यटकों की पैदल तलाशी कर रहा है. वहीं, एसडीआरएफ का एक दल हेलीकॉप्टर से लापता पर्यटकों की तलाशी कर रहा है.
उत्तराखंड में मौसम का रौद्र रुप: गौरतलब है कि, उत्तराखंड में मौसम का मिजाज इन दिनों काफी बिगड़ा हुआ है. बीते कुछ दिनों से लगभग पूरे उत्तराखंड में जोरदार बारिश हो रही है. बारिश के कारण कई नदिया का पानी रास्तों में आ गया है. कई इलाके में बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं. आफत की बारिश में करीब 40 लोगों की मौत हो गई है.
posted by: Pritish Sahay