Research: ईवी और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए दो तरह के इनिशिएटिव की हुई शुरुआत
देश में रिसर्च इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए एनएनआरएफ का गठन किया गया. इसके तहत सरकार ने दो तरह के इनिशिएटिव प्राइम मिनिस्टर अर्ली करियर रिसर्च ग्रांट(पीएमईसीआरजी) और मिशन फॉर एडवांसमेंट इन हाई इंपैक्ट एरिया- इलेक्ट्रिक व्हीकल(महा-ईवी) मिशन की शुरुआत की है.
Research: देश में रिसर्च एंड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन(एनएनआरएफ) की घोषणा की थी. मौजूदा समय में रिसर्च के मामले में भारत अन्य देशों से काफी पीछे है. ऐसे में देश में रिसर्च इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए एनएनआरएफ का गठन किया गया. इसके तहत सरकार ने दो पहल प्राइम मिनिस्टर अर्ली करियर रिसर्च ग्रांट(पीएमईसीआरजी) और मिशन फॉर एडवांसमेंट इन हाई इंपैक्ट एरिया- इलेक्ट्रिक व्हीकल(महा-ईवी) मिशन की शुरुआत की है.
पीएमईसीआरजी के तहत इनोवेशन और साइंटिफिक क्षेत्र में काम करने वाले रिसर्चर को मौका दिया जायेगा, जबकि महा-ईवी मिशन के तहत देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल का इकोसिस्टम बनाने के लिए रिसर्च के इच्छुक युवा अपने सपने पूरे कर सकेंगे. सरकार का मानना है कि इन पहलों के शुरू होने से उद्योग और शैक्षणिक रिसर्च के बीच की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी और उद्योग जगत की जरूरत के लिहाज से देश में रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा. सरकार के प्रयास से देश में क्रिएटिविटी, इनोवेशन के क्षेत्र में युवाओं को करियर बनाने का मौका मिलेगा. इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल के क्षेत्र में देश को एक नयी दिशा मिलेगी.
भारत की पकड़ को मजबूत करना है लक्ष्य
एनएनआरएफ का मकसद राष्ट्रीय प्राथमिकता वाले क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देना है ताकि वैश्विक स्तर पर भारत की मजबूत पकड़ बन सके. इस योजना का मकसद समग्र विकास, क्षमता निर्माण, इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करना और राष्ट्रीय महत्व वाले क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देना है. ताकि उद्योग और शैक्षणिक रिसर्च के बीच की मौजूदा कमी को दूर किया जा सके और उद्योग जगत की जरूरत के लिहाज से रिसर्च के काम को बढ़ावा मिल सके. इस योजना के तहत दो तरह के पहल की शुरुआत की गयी है. पीएमईसीआरजी के लिए बजट की कमी नहीं हो इसके लिए प्रोग्रेसिव तरीके को अपनाया गया है ताकि ईज ऑफ रिसर्च को बढ़ावा मिल सके.
युवा रिसर्चर को कई तरह की सुविधा मुहैया करायी जायेगी. जबकि महा-ईवी मिशन के तहत देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल के क्षेत्र में एक मजबूत इकोसिस्टम को तैयार करना है. सरकार ईवी के क्षेत्र में दूसरे देशों पर निर्भरता कम करने के लिए इस क्षेत्र में रिसर्च को प्राथमिकता दे रही है. ताकि इस क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन सके. सरकार ट्रॉपिकल ईवी बैटरी और बैटरी सेल, पावर इलेक्ट्रॉनिक, मशीन एंड ड्राइव और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना चाहती है.