Lockdown : जरूरतमंदों की सहायता के लिए कठुआ पंचायत के निवासियों ने लिया ये बड़ा फैसला
जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में एक पंचायत के ढाई हजार निवासियों ने उदाहरण प्रस्तुत करते हुए शनिवार को फैसला लिया कि वे प्रतिदिन एक समय का भोजन नहीं खाएंगे ताकि उससे उन जरूरतमंद लोगों का पेट भर सके जिनकी आजीविका का साधन कोरोना वायरस के खतरे के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण छिन गया है.
कठुआ : जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में एक पंचायत के ढाई हजार निवासियों ने उदाहरण प्रस्तुत करते हुए शनिवार को फैसला लिया कि वे प्रतिदिन एक समय का भोजन नहीं खाएंगे ताकि उससे उन जरूरतमंद लोगों का पेट भर सके जिनकी आजीविका का साधन कोरोना वायरस के खतरे के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण छिन गया है.
बैरा-बोरथियां पंचायत के सरपंच शिव देव सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इस संबंध में एक विशेष बैठक बुलाकर पंचायत में एक प्रस्ताव पारित किया गया और ढाई हजार निवासियों ने “भोजन बचाओ-राष्ट्र बचाओ” का नारा लगाते हुए तत्काल इस पर अमल किया.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ देश की जंग में उनकी पंचायत की ओर से यह छोटा सा योगदान है. सरपंच शिव देव सिंह ने अन्य पंचायतों से भी लोगों की सहायता करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि उनकी पंचायत जरूरतमंद लोगों की पहचान कर बंद के समय “सम्मान जनक” तरीके से जीवन यापन करने में उनकी सहायता करेगी
बता दें, जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस तैजी से फैल रहा है. प्रदेश में शनिवार को कोरोना के 17 मामले सामने आने से कुल मरीजों की संख्या 224 पहुंच गयी है.इससे पहले शुक्रवार को चार जमातियों समेत और 23 संक्रमित मिले थे. इनमें जम्मू संभाग में 7 और कश्मीर के 16 मामले थे. वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शुक्रवार को दिल्ली से एक विशेष ट्रेन मास्क, सैनिटाइजर और दवाएं लेकर जम्मू पहुंची.