Asaduddin Owaisi : लोकसभा में आज राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे सदन में पेश करेंगे. इससे पहले चर्चाओं का दौर चल रहा है. कई बीजेपी सांसदों ने इस मामले पर सदन में चर्चा की है जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल है. उन्होंने कहा कि राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती और 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का दिन भारत को विश्वगुरु बनने के मार्ग पर ले जाना वाला है. इसके अलावा AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी कुछ बड़े बयान दिए है. आइए पढ़ते है उन्होंने क्या कुछ कहा…
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असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी सरकार किसी खास समुदाय, धर्म की सरकार है या पूरे देश की सरकार है?” मेरा मानना है कि इस देश का कोई धर्म नहीं है.
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मैं भगवान राम का सम्मान करता हूं लेकिन मैं नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं क्योंकि उसने उस व्यक्ति की हत्या की थी जिसके अंतिम शब्द ‘हे राम’ थे.”
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22 जनवरी के माध्यम से, क्या यह सरकार यह संदेश देना चाहती है कि एक धर्म ने दूसरे पर विजय प्राप्त की?
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आगे उन्होंने सवाल करते हुए पुछा कि आप देश के 17 करोड़ मुसलमानों को क्या संदेश देते हैं?
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इस मामले पर हमेशा से मस्जिद के पक्षकार के तौर पर खुद को पेश किये जाने पर उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?
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हमें कई बार धोखे दिए गए है और अब जब हम अपण्णी बात कहते है तो हमें डराया जाता है और कहा जाता है कि भारत में रहना है तो ये बर्दाश्त करना होगा.
#WATCH | During the discussion on the construction of the historic Ram Temple and Pran Pratishta begins in Lok Sabha, AIMIM MP Asaduddin Owaisi says "I want to ask if Modi Govt is the government of a particular community, religion or the government of the entire country? Does GoI… pic.twitter.com/cU6tS1WIxu
— ANI (@ANI) February 10, 2024