कोरोना की दूसरी लहर में महिलाओं में इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है. पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष महिलाओं में संक्रमण का खतरा ज्यादा है. देश में एक मई तक महिलाओं में कोरोना का संक्रमण लगभग 36 प्रतिशत है जबकि पुरुषों में यह 64.6 प्रतिशत है.
राष्ट्रीय स्तर पर सरकार ने संक्रमण का जो लिंग आधारित डाटा जारी किया है उसके अनुसार सबसे महि़लाओं में सबसे अधिक संक्रमण बिहार में है जहां कि 42 प्रतिशत महिलाएं कोरोना वायरस की शिकार हैं. जबकि महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 38 प्रतिशत है. कर्नाटक में 36 प्रतिशत और तमिलनाडु में 32 प्रतिशत है. झारखंड वह राज्य है जहां महिलाओं में संक्रमण सबसे कम 25 प्रतिशत है.
टाइम्स आॅफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार तेलंगाना की महिलाओं में यह संक्रमण पूरे देश की तुलना में ज्यादा बढ़ा है. यहां संक्रमण का आंकड़ा 38.5 प्रतिशत है. जबकि पिछले साल यह संक्रमण 34 प्रतिशत है. हैदराबाद के निजामाबाद गवर्मेंट जेनरल अस्पताल में आईसीयू एडमिशन में महिलाओं की तादाद बढ़ गयी है, लेकिन मौत का प्रतिशत पिछले साल की तरह ही है.
आईसीयू में भरती की बात करें तो शुरुआत में इसका आंकड़ा 33 प्रतिशत था तो बढ़कर अब 39 प्रतिशत के आसपास हो गया है. अस्पताल की डाॅक्टर किरण का कहना है कि हमारे देश में महिलाओं के स्वास्थ्य पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता और उन्हें देर से इलाज मिलता है यही वजह है कि उनकी मौत भी हो जाती है और आईसीयू में उनकी भरती भी ज्यादा हो रही है.
Posted By : Rajneesh Anand