Road Safety: अब आवारा पशुओं के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनेगा शेल्टर
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पशुओं के लिए शेल्टर का निर्माण किया जायेगा. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल पशुओं के लिए शेल्टर का निर्माण होगा ताकि लोगों की यात्रा को सुरक्षित और सड़क पर आने वाले पशुओं की देखभाल और प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सके. पशुओं के लिए शेल्टर 0.21 से 2.29 हेक्टेयर में बनेगा.
Road Safety: राष्ट्रीय राजमार्ग पर पशुओं के आने के कारण होने वाले हादसों को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) ने बड़ा कदम उठाया है. अब राष्ट्रीय राजमार्ग पर पशुओं के लिए शेल्टर का निर्माण किया जायेगा. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल पशुओं के लिए शेल्टर का निर्माण होगा ताकि लोगों की यात्रा को सुरक्षित और सड़क पर आने वाले पशुओं की देखभाल और प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सके. पशुओं के लिए शेल्टर 0.21 से 2.29 हेक्टेयर में बनेगा. इसे महत्वपूर्ण स्थानों पर बनाया जाएगा ताकि पशुओं को सुरक्षित जगह मिले और सड़क पर उनके आने की संभावना को कम किया जा सके.
इसके क्रियान्वयन के लिए एनएचएआई ने गाॅवर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के साथ समझौता किया है. गॉवर लिमिटेड एनएचएआई द्वारा मुहैया कराए गए जमीन पर शेल्टर का निर्माण करेगी. साथ ही शेल्टर के रखरखाव, पशुओं के लिए फर्स्ट एड की सुविधा, पर्याप्त मात्रा में चारे, पशुओं की देखभाल के लिए केयर टेकर, पानी और अन्य सुविधा मुहैया कराएगी. इसके अलावा कंपनी सीएसआर फंड के जरिये आवारा घायल पशुओं के लिए एंबुलेंस, फर्स्ट एड सेंटर और अस्पताल का निर्माण सड़क के दोनों किनारे 50 किलोमीटर की दूरी पर करेगी. ताकि घायल आवारा पशुओं को समय पर समुचित इलाज मुहैया कराने के लिए सुरक्षित परिवहन की भी व्यवस्था हो सके.
पशुओं के लिए मेडिकल सुविधा का भी होगा विकास
एनएचएआई कई राज्यों में आवारा पशुओं के सड़क पर आने की चुनौती का सामना कर रही है. यह सड़क सुरक्षा के लिए काफी खतरनाक है. पूर्व में आवारा पशुओं को सड़क पर आने से रोकने के लिए कई कदम उठाए गए, लेकिन सामाजिक और अन्य कई कारणों से अपेक्षित सफलता नहीं मिल पायी. देश की कई अदालतों ने भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवारा पशुओं के आने की समस्या का सामना करने के लिए उचित कदम उठाने को कहा है. हालांकि राज्य सरकारों के कई विभागों की संलिप्तता इस समस्या की बड़ी वजह है. लेकिन अब एनएचएआई ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत इस समस्या से निपटने के लिए कदम उठाया है.
इस मौके पर एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने कहा कि एक अनूठी पहल के जरिए सरकार सड़क हादसे को रोकने के लिए कदम उठाया है. यह सिर्फ यात्रियों की सुविधा के लिए ही नहीं बल्कि पशुओं की सुरक्षा में भी मददगार साबित होगा. नेशनल हाइवे बिल्डर्स फेडरेशन के अध्यक्ष दिनेश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि एनएचएआई के इस पहल में हमारे संगठन का भी समर्थन रहेगा. इसके लिए समाज के अन्य लोगों को भी सामने आना चाहिए. यह सड़क और पशुओं की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम साबित होगा. गॉवर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के निदेशक रविंद्र गॉवर ने कहा कि हम देश के दूसरे राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण करने वाली कंपनियों के लिए भी शेल्टर बनाने में सहयोग करेंगे. यह एक अच्छी पहल है.