नेशनल हेराल्ड मामले पर बोले रॉबर्ट वाड्रा, कहा- सभी निराधार’ आरोपों से मुक्त होंगे राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की आज ईडी के समक्ष पेशी है. ऐसे में उनके बहनोई रॉबर्ट वाद्रा ने कहा कि राहुल सभी ‘निराधार आरोपों' से मुक्त होंगे.
National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामले में आज यानी सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ईडी के सामने पेश होंगे. पेशी से पहले उनके बहनोई रॉबर्ट वाद्रा ने सोमवार को उनके साथ एकजुटता प्रकट करते हुए कहा कि राहुल सभी ‘निराधार आरोपों’ से मुक्त होंगे.
रॉबर्ट वाद्रा ने कही ये बात
रॉबर्ट वाद्रा ने अपने खिलाफ दर्ज मामले का हवाला देते हुए कहा कि ईडी ने उन्हें 15 बार बुलाया और पूछताछ की. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि सरकार ‘उत्पीड़न’ के जरिये देश के लोगों को दबा नहीं सकेगी. वाद्रा ने कहा, ”राहुल, आप निश्चित तौर पर इन निराधार आरोपों से मुक्त होंगे.”
कांग्रेस का नेतृत्व सच के लिए लड़ा
उनका कहना है कि कांग्रेस का नेतृत्व सच के लिए लड़ रहा है और देश की जनता उसके साथ खड़ी है. ईडी ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया है. जांच एजेंसी ने इससे पहले राहुल गांधी को दो जून को पेश होने के लिये कहा था, लेकिन कांग्रेस नेता ने पेश होने के लिए कोई दूसरी तारीख देने का अनुरोध करते हुए कहा था कि वह देश से बाहर हैं.
सोनिया गांधी 23 जून को तलब
जांच एजेंसी ने इसी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को तलब किया है. पहले उन्हें आठ जून को पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष ने पेश होने के लिए और समय मांगा है, क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और अब तक स्वस्थ नहीं हुई हैं. (भाषा)
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला
बता दें कि कभी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के काफी करीबी माने जाने वाले और भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने वर्ष 2012 में निचली अदालत में एक याचिका दायर की थी. इस याचिका में सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) के माध्यम से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का गलत तरीके से अधिग्रहण किया है. उन्होंने अपनी याचिका में यह आरोप भी लगाया गया कि एजेएल का अधिग्रहण दिल्ली के बहादुरशाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस पर कब्जा करने के लिए किया गया. एक साजिश के तहत यंग इंडिया लिमिटेड को एजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया.