भारत में रोशे की एंटीबॉडी कॉकटेल को मिली आपात इस्तेमाल की मंजूरी, कोरोना के खिलाफ जंग में मिलेगी मदद
Roche India Coronavirus Antibody Cocktail Used देश में कोरोना वायरस के तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच एक राहत देने वाली खबर सामने आई है. दरअसल, फार्मा कंपनी रोशे इंडिया (Roche India) ने बुधवार को घोषणा करते हुए बताया है कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (Central Drugs Standards Control Organisation) ने भारत में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए उसकी एंटीबॉडी कॉकटेल (Antibody Cocktail) के आपात इस्तेमाल की मंजूरी (Emergency Use Approval) दे दी है.
Roche India Coronavirus Antibody Cocktail Used देश में कोरोना वायरस के तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच एक राहत देने वाली खबर सामने आई है. दरअसल, फार्मा कंपनी रोशे इंडिया (Roche India) ने बुधवार को घोषणा करते हुए बताया है कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (Central Drugs Standards Control Organisation) ने भारत में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए उसकी एंटीबॉडी कॉकटेल (Antibody Cocktail) के आपात इस्तेमाल की मंजूरी (Emergency Use Approval) दे दी है.
Roche receives emergency use authorisation in India for antibody cocktail used in COVID-19 treatment: Co statement
— Press Trust of India (@PTI_News) May 5, 2021
रोशे इंडिया के मुताबिक, यह अनुमति अमेरिका में कॉकटेल के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए दाखिल किए गए डाटा और यूरोपीय संघ में कमेटी फॉर मेडिसिनल प्रोडक्ट्स फॉर ह्यूमन यूज की वैज्ञानिक राय के आधार पर दी गई है. मालूम हो कि रोशे दुनिया के सबसे बड़े बायोलॉजिक्स उत्पादकों में से एक है. फार्मा कंपनी रोशे की ओर से बनाई गई कॉकटेल दवा Casirivima और Imdevimab भी शामिल है, जिसको भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है. रोशे इंडिया ने कहा कि यह कॉकटेल बड़े अस्पतालों और कोविड ट्रीटमेंट सेंटरों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी.
रोशे इंडिया की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिलने के बाद रोशे वैश्विक स्तर पर उत्पादित किए जा रहे इस उत्पाद को भारत में भी आयात कर सकेता और इसे सिप्ला लिमिटेड के साथ भागीदारी के तहत भारत में डिस्ट्रीब्यूशन किया जाएगा. इसका इस्तेमाल कोरोना के हल्के और मध्यम गंभीर मरीजों के इलाज में किया जाएगा. यह वयस्कों और बाल रोगियों यानि 12 वर्ष या इससे अधिक के बच्चों को जिनका वजन कम से कम 40 किलोग्राम होगा को दी जाएगी. जिनमें कोरोना की पुष्टि हुई होगी और जिनके गंभीर बीमार होने की आशंका होगी.
बयान में बताया गया है कि एंटीबॉडी कॉकटोल अधिक खतरे वाले मरीजों के इलाज में मदद कर सकती है, इससे पहले कि उनकी स्थिति और गंभीर बनें. बताया गया है कि भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच रोशे हर वह काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे अस्पताल में भर्ती को कम किया जा सके और मौजूदा हालात में देश की हेल्थ केयर व्यवस्था पर पड़ रहे दबाव को कम किया जा सके.
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