RPSC Paper Leak: कोचिंग सेंटर पर चला बुलडोजर, पेपर लीक का मास्टरमाइन्ड चलाता था इंस्टिट्यूट, Video
मुख्य प्रवर्तन नियंत्रक रघुवीर सैनी के नेतृत्व में JDA के प्रवर्तन दस्ते ने शुक्रवार को शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी द्वारा चलाए जा रहे कोचिंग सेंटर के भवन की नापजोख की. पैमाइश के बाद भवन स्वामी को 3 दिन के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए अतिक्रमण व अवैध निर्माण के नोटिस दिए गए हैं.
RPSC Paper Leak: राजस्थान में जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारी जेसीबी के साथ गोपालपुरा बाईपास क्षेत्र में एक इमारत के कुछ हिस्से को गिराने के लिए पहुंचे. मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बिल्डिंग के जिस हिस्से को गिराया गया वह अवैध रूप से बनाया गया है. जानकारी हो कि आरपीएससी पेपर लीक मामले के दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं और इन्हीं दो आरोपियों के द्वारा यहां एक कोचिंग सेंटर चलाया जाता था.
#WATCH | Raj: Jaipur Development Authority officials arrive with JCBs in Gopalpura bypass area to demolish some portion of a building that as per authorities has been built illegally
Two main accused of RPSC paper leak case who are still absconding run a coaching centre here pic.twitter.com/vDdiMYbmce— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) January 9, 2023
मुख्य प्रवर्तन नियंत्रक रघुवीर सैनी के नेतृत्व में जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते ने शुक्रवार को शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी द्वारा चलाए जा रहे कोचिंग सेंटर के भवन की नापजोख की. पैमाइश के बाद भवन स्वामी को 3 दिन के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए अतिक्रमण व अवैध निर्माण के नोटिस दिए गए हैं.
भूपेंद्र सरन और सुरेश ढाका हैं मुख्य आरोपीपेपर लीक मामले में भूपेंद्र सरन और सुरेश ढाका मुख्य आरोपी हैं. गोपालपुरा बायपास पर गुर्जर की थाड़ी के पास अधिगाम के नाम से कोचिंग सेंटर चलाने की सूचना जेडीए के प्रवर्तन दस्ते को मिली थी. मुख्य आरोपित द्वारा कोचिंग सेंटर चलाने के लिए किराए पर भवन लिया गया था, लेकिन भवन को सुख विहार कॉलोनी के दो भूखंडों को जोड़कर अवैध रूप से बनाया गया है. साथ ही कार्नर प्लॉट होने के बावजूद सड़क पर अतिक्रमण कर लिया गया है.
Also Read: Rajasthan Paper Leak Case: मास्टरमाइंड समेत 55 गिरफ्तार, जानें कैसे हुआ था पेपर लीक नियमों का उल्लंघन कर अतिक्रमण में था कुछ हिस्सामीडिया अजेंसियों की मानें तो इस बिल्डिंग में रेसिडेंशियल जमीन पर जीरो सेटबैक पर बिल्डिंग बायलॉज का गंभीर उल्लंघन कर बड़े रूप में बने अवैध कॉमर्शियल निर्माण, रोड सीमा पर अवैध कब्जे-अतिक्रमण पर नियम के मुताबिक लीगल प्रोसेस पूरा कर और ऑथोराइज लेवल पर परमिशन लेकर टेक्निकल टीम की निशादेही पर एनफोर्समेंट टीम ने जेसीबी-पोकलेन मशीनों, लोखंडा और ड्रिल मशीनों से अधिगम कोचिंग इंस्टिट्यूट की बिल्डिंग को गिरा दिया. बड़ी तादाद में मजदूरों की सहायता से अवैध बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया.