आज देश भर में विजयादशमी (Vijayadashami 2020, dussehra 2020) का पर्व लोग मना रहे हैं. विजयादशमी को ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का स्थापना दिवस भी होता है. इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर शस्त्र पूजा की और लोगों को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में सीएए (CAA), भारत-चीन संबंध(India China Tension), कोरोना (Coronavirus in India) के संक्रमण जैसे मुद्दों पर बात की.
भगवत ने अपने संबोधन में चीन पर निशाना साधा और कहा कि हम शांत रहते हैं इसका मतलब यह नहीं कि हम दुर्बल हैं…यह बात तो अब चीन भी समझ गया होगा…लेकिन ऐसा नहीं है कि इसके बाद हम लापरवाह हो जाएं… ऐसे खतरों पर हमको नजर बनाए रखनी होगी… आगे उन्होंने कहा कि हम सभी से मित्रता बनाए रखना चाहते हैं…यह हमारा स्वभाव है…लेकिन हमारी सद्भावना को दुर्बलता मानकर हमें कोई दबा दे,यह हो नहीं सकता…
कोरोना पर बात : अपने संबोधन में मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में हमारा भारत कोरोना संकट की इस परिस्थिति में अधिक अच्छे प्रकार से खड़ा हुआ नजर आ रहा है. भारत में इस महामारी की विनाशकता का प्रभाव बाकी देशों से कम दिखाई दे रहा है. इस महामारी के संदर्भ में चीन की भूमिका संदिग्ध रही है, परंतु भारत की सीमाओं पर जिस प्रकार से अतिक्रमण का प्रयास अपने आर्थिक सामरिक बल के कारण मदांध होकर उसने किया वह तो सम्पूर्ण विश्व के सामने स्पष्ट है.
CAA पर बात : नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का उल्लेख करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि कुछ पड़ोसी देशों से सांप्रादायिक कारणों से प्रताड़ित होकर विस्थापित किए गये हमारे लोग, जो भारत में आएंगे उनको मानवता के हित में तुरंत नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान रखा गया. भारत के इस नागरिकता संशोधन अधिनियम कानून में किसी संप्रदाय विशेष का विरोध करने का काम नहीं किया गया है. आगे उन्होंने कहा कि सीएए को आधार बनाकर समाज में विद्वेष व हिंसा फैलाने का षडयंत्र जारी है. इस कानून को संसद से पूरी प्रक्रिया से पास करने का काम किया गया है. इस षडयंत्र में शामिल लोग मुसलमान भाइयों के मन में यह बैठाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे अब भारत में नहीं रह पाएंगे जो सरासर गलत है.
Posted By : Amitabh Kumar