कोरोना महामारी के बीच रमजान में गरीब मुस्लिमों को राशन बांट रहा है आरएसएस
कोरोना महामारी को देखते हुए आरएसएस ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के सदस्य इंद्रेश कुमार के आह्वान पर मेरठ के सभी जिलों में रमजान को देखते हुए राशन बाँटने के की व्यवस्था शुरू कराई है.
कोरोना महामारी को देखते हुए आरएसएस ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के सदस्य इंद्रेश कुमार के आह्वान पर मेरठ के सभी जिलों में रमजान को देखते हुए राशन बाँटने के की व्यवस्था शुरू कराई है. इसका मूल मकसद ये है कि कोई भी जरूरतमंद, गरीब और बेसहारा भूखे न रहे. आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने मेरठ प्रांत में सेवा कार्य शुरू करने का आह्वान प्रांत संयोजक कदीम आलम और सेंट मोमिना स्कूल ग्रुप के चेयरपर्सन सैयद शाह फैसल से किया था. मेरठ प्रांत संयोजक कदीम आलम ने यह कार्य किया.
सैयद शाह फैसल ने राशन किट उन्हें मुहैया कराई है. सैयद शाह फैसल का इस बारे में कहना है कि हम एक दूसरे की सामाजिक भावनाओं का ख्याल रखें और किसी विशेष वर्ग भावना को ठेस न पहुंचायें. फैसल ने समृद्ध लोगों से ये अपील की है कि वो जरूरतमंदों का ख्याल रखें और यह भी सुनिश्चित करें कि वो इस पावन रमजान के महीने में उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो रही हो. वहीं कदीम आलम का इस मुद्दे पर कहना है कि देश इस समय गंभीर समस्या से जूझ रहा है.
ऐसे में जरूरी है कि लोग नफरत, द्वेष और असहनशीलता से ऊपर उठकर लोगों की मदद करें और वसुदेव कुटुंबकम के मार्ग पर आगे बढ़े. इसलिए रमजान माह में जरूरतमंदों को जरूरत पूरी करने की एक कोशिश राशन वितरण का काम हैं. लॉकडाउन की वजह से अभी देश में लोग रमजान का महीना घर पर ही रह कर नमाज अदा कर रहे हैं. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात के जरिये ये संदेश दिया था कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में देश का हर नागरिक सिपाही है. साथ ही साथ रमजान की बधाई दी थी. उन्होंने लोगों से दो गज दूरी का पालन करने का अनुरोध किया था. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार रमजान में पहले से ज्यादा इबादत करें ताकि ईद आने से पहले दुनिया कोरोना वायरस से मुक्त हो जाए.