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‘जिन्होंने राम का विरोध किया…’, जानें अब क्या बोले आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार

लोकसभा चुनाव में इस बार बीजेपी को अकेले बहुमत नहीं मिला जिसके बाद बयानबाजी का दौर जारी है. इस बीच आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान से राजनीति गरम हो चुकी है. जानें पूरा मामला

By Amitabh Kumar | June 15, 2024 9:09 AM
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आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के द्वारा लोकसभा चुनाव को लेकर दिए गए बयान की चर्चा खूब हो रही है, हालांकि उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है. बीजेपी के चुनाव प्रदर्शन को अहंकार से जोड़ने वाली उनकी टिप्पणी पर विवाद खड़ा होने के बाद, इंद्रेश कुमार ने विवाद को कम करने की कोशिश की है और कहा है, जिन लोगों ने भगवान राम का विरोध किया था, वे हार चुके हैं. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में इस बार 240 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और पार्टी ने एनडीए सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई है.

इस बार के चुनाव में बीजेपी की सीटें साधारण बहुमत से 32 कम थीं. इस वजह से विपक्ष ने दावा किया कि जनता ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के खिलाफ वोट किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में आने के बाद पहली बार बीजेपी लोकसभा में बहुमत के लिए अपने सहयोगियों पर निर्भर नजर आई. इंद्रेश कुमार ने कथित तौर पर पार्टी के खराब प्रदर्शन को ‘अहंकार’ से जोड़ने का काम किया था जिसके बाद राजनीतिक बवाल शुरू हो गया. हालांकि, इंद्रेश कुमार ने अब यू-टर्न ले लिया है, साथ ही सफाई भी दी है.

बयान पर बवाल के बाद क्या बोले इंद्रेश कुमार

अब आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि इस समय देश का मूड बिल्कुल साफ नजर आ रहा है. भगवान राम का विरोध करने वाले सत्ता में नहीं हैं, जबकि जिन्होंने भगवान राम को अयोध्या में सम्मान के साथ स्थापित किया, वे सत्ता में हैं… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनी है.

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किस बयान पर हुआ था बवाल

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इंद्रेश कुमार ने पहले कहा था कि जो पार्टी राम की पूजा करती थी, वह अहंकारी हो चुकी थी. ऐसे में वह इस बार के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन उभरी तो, लेकिन जो अकेले पूर्ण बहुमत लाना चाहिए था, वो ऐसा कर नहीं सकी. उसे भगवान राम ने अहंकार की वजह से रोक दिया. अपने इस बयान में हालांकि आरएसएस नेता ने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया.

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