कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की विचारधारा और सोच को लेकर एक बयान जारी किया है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि कांग्रेस में सभी नेताओं को इसके लिए ट्रेनिंग की जरूरत है. कोई कितना भी सीनियर या जूनियर नेता हो सबको इसकी ट्रेनिंग लेनी होगी. आज विचारधारा की लड़ाई सबसे अहम है. हमारी विचारधारा को पूरे हिंदुस्तान में फैलाना है. हमें इसे अपने संगठन में गहरा करना होगा. इसके लिए हमें 300 से ज्यादा लोगों की जरूरत है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐसे समय में ट्रेनिंग की बात की है जब सलमान खुर्शीद की किताब पर बवाल मचा है और राशिद अल्वी का एक बयान सुर्खियों में है. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने जय श्री राम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के कालनेमि राक्षस से की है.
उन्होंने कहा है कि रामराज्य और जय श्री राम का नारा लगाने वाले मुनि नहीं, बल्कि रामायण काल के कालनेमि राक्षस हैं. राशिद अल्वी ने इस मामले पर अपनी सफाई दी है लेकिन कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता अपने बयान और किताब में लिखे शब्दों की वजह से सवालों के घेरे में है. सलमान खुर्शीद की किताब पर देश के कई राज्यों में विरोध शुरू हो गया है.
सलमान खुर्शीद की नई किताब में उनके द्वारा हिंदुत्व की तुलना कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हराम से करने पर पार्टी में ही घमासान मचा हुआ है राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पार्टी के डिजिटल अभियान ‘जग जागरण अभियान’ के शुभारंभ के दौरान कहा, “हमारी विचारधारा पर भाजपा की विचारधारा भारी पड़ गयी है क्योंकि हमने अपनी विचारधारा को आक्रामक तरीके से प्रचारित नहीं किया है.
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आज हम माने या न माने आरएसएस और बीजेपी की नफरत भरी विचारधारा कांग्रेस पार्टी की प्रेममयी, स्नेही और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी पड़ गयी है, हमें इसे स्वीकार करना ही होगा. हमारी विचारधारा जिंदा है, जीवंत है लेकिन भाजपा की विचारधारा उसपर भारी पड़ गयी है.