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Ukraine से करीब 1000 भारतीयों को निकाला गया, विदेश सचिव ने दी ‘ऑपरेशन गंगा’ के बारे में जानकारी

Ukraine News यूक्रेन के शहरों पर रूसी सेना के हमलों के कारण वहां फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए भारत सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को लेकर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2022 6:45 PM

Indian Students Stranded in Ukraine यूक्रेन के शहरों पर रूसी सेना के हमलों के कारण वहां फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए भारत सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को लेकर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को जानकारी दी. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए बहु आयामी ‘ऑपरेशन गंगा’ की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से निकासी की यह पूरी प्रक्रिया अपने खर्च पर शुरू किया गया है.

यूक्रेन से करीब 1000 भारतीयों को निकाला गया

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि यूक्रेन से हमारे लगभग 1000 नागरिकों को रोमानिया और हंगरी के रास्ते निकाला जा चुका है. 1000 अन्य को लैंड रूट के माध्यम से यूक्रेन से निकाला गया है. उन्होंने कहा कि रोमानिया और हंगरी के लिए बॉर्डर क्रॉसिंग कार्यरत है. पोलैंड के लिए बॉर्डर के रास्ते लाखों की संख्या में यूक्रेनी नागरिक और दूसरे देशों के लोगों द्वारा यूक्रेन छोड़ने के प्रयास के चलते वहां समस्या का सामना करना पड़ रहा है.


यूक्रेन और रूस दोनों के राजदूतों से हुई बात: हर्षवर्धन श्रृंगला

रूस से लगते यूक्रेन के इलाकों में फंसे भारतीयों के बारे में बोलते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि हमारे मास्को में दूतावास से लोगों की एक टीम को वहां भेजा है, ताकि उस क्षेत्र की मैपिंग हो जाए और ट्रांसपोर्ट, खाने एवं रहने का इंतजाम किया जाए. विदेश सचिव ने कहा कि अभी तो ये संघर्ष क्षेत्र है. जैसे ही हमें सूचना मिलेगी कि इस क्षेत्र से हम भारतीयों को निकाल सकते हैं, ऑपरेशन चलाकर उन्हें निकाला जाएगा. मेरी आज यूक्रेन और रूस दोनों के राजदूतों से बात हुई. मैंने उनका समर्थन मांगा है. उन्होंने पड़ोसी देशों के रास्ते भारतीयों को निकालने के लिए उड़ानों की सूची भी साझा की.


बदलती परिस्थितियों को देखते हुए जारी की गई कई एडवायजरी

विदेश सचिव ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी कीव में हमारे दूतावास ने बदलती परिस्थितियों को देखते हुए कई एडवायजरी जारी की हैं. हमारे 4000 नागरिक इन एडवायजरी के अनुसार संघर्ष से पहले ही यूक्रेन से बाहर चले गए थे. उन्होंने आगे कहा कि हमने अनुमान लगाया था कि लगभग पंद्रह हजार भारतीय नागरिक युद्ध ग्रस्त यूक्रेन में फंस गए थे. आगे कहा कि चूंकि यूक्रेन में एयरस्पेस बंद है. हमने हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया से जमीनी रास्ते से निकलने के स्थानों की पहचान की. सीमा पार करने के विशेष बिंदु चिह्नित किए गए और विदेश मंत्रालय ने निकासी की प्रक्रिया में सहयोग के लिए अपने दलों को तैनात किया. यूक्रेन ने नागरिक उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है.

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