Russia-Ukraine war : भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा-चाहे पैदल चलना पड़े, खारकीव से निकलें
यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों से किसी भी परिस्थिति में अविलंब खारकीव छोड़ने के लिए कहा है क्योंकि रूस यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर पर घातक बमबारी जारी रखे हुए है.
Russia-Ukraine war : यूक्रेन पर रूसी हमले के सातवें दिन आज रूसी सेना ने कीव पर भयंकर हमला किया और मिसाइलों से वार किया. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध बहुत बढ़ गया है और आज रूस ने यूक्रेन के खरसन शहर पर कब्जा कर लिया है और खारकीव पर मिसाइलों से हमला जारी है.
रूस यूक्रेन पर आज करेगा घातक बमबारी
यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों से किसी भी परिस्थिति में अविलंब खारकीव छोड़ने के लिए कहा है क्योंकि रूस यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर पर घातक बमबारी जारी रखे हुए है. भारतीय दूतावास ने अपनी नयी एडवाइजरी में कहा है कि सभी भारतीय नागरिकों को तत्काल खारकीव छोड़ने की सलाह दी जाती है.
दूतावास ने खारकीव छोड़ने के लिए पैदल चलने को कहा
खारकीव में तेजी से बिगड़ती स्थिति पर प्रकाश डालते हुए, भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा कि यदि आवश्यक हो तो खारकीव के रेलवे स्टेशन से कम से कम 10 किमी दूर की बस्तियों तक पहुंचने के लिए पैदल निकल जायें.
सी-17 ग्लोबमास्टर का प्रयोग करेगी सरकार
भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा है कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्वी क्षेत्र में एक टीम भेजने की कोशिश कर रहे हैं कि लोग बाहर निकल सकें. इसके लिए हम सी-17 ग्लोबमास्टर का प्रयोग करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमने अपने नागरिकों को खारकीव छोड़ने की सलाह दी है. यह सलाह रूस से मिली जानकारी पर आधारित है.
पोलैंड की सीमा में प्रवेश कर गये 100 भारतीय
गौरतलब है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से भागकर बुधवार की सुबह पोलैंड की सीमा में प्रवेश करने में सफल रहे करीब 100 भारतीय विद्यार्थियों को जल्दी ही भारत वापस लाया जायेगा. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पिछले सात दिनों से वे परेशान हाल थे. अनिश्चितताओं की स्थिति के बीच भूख और हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लड़ रहे इन विद्यार्थियों ने उस वक्त राहत की सांस ली, जब वे पोलैंड की सीमा में प्रवेश कर गये.