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व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा, दस प्वाइंट में समझिए भारत-रूस के बीच संबंधों के लिए क्यों जरूरी

Russian President Vladimir Putin India Visit रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार को विशेष विमान से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे. जिसके बाद वह हैदराबाद हाउस पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता जारी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2021 6:51 AM
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Russian President Vladimir Putin India Visit रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार को विशेष विमान से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे. जिसके बाद वह हैदराबाद हाउस पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता जारी है.

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद भारत-रूस के संबंध में कोई बदलाव नहीं आया. पीएम ने कहा कि कोविड की चुनौतियों के बावजूद भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों और सामरिक भागीदारी में कोई बदलाव नहीं आया है. कोविड के खिलाफ लड़ाई में भी दोनों देशों के बीच सहयोग रहा है.

दोनों देशों के बीच होने वाले समझौतों से जुड़ी जरूरी बातें

– 2019 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक है.

– भारत में अपनी यात्रा के दौरान व्लादिमीर पुतिन द्वारा रक्षा, व्यापार, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और संस्कृति में सहयोग को गहरा करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है.

– रूसी राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का मॉडल सौंपने वाले हैं. जिनके चलते भारत पर अमेरिका के प्रतिबंधों का खतरा मंडरा रहा है.

– भारत में एके-203 असॉल्ट राइफल के उत्पादन के लिए 5100 करोड़ रुपये से अधिक का एक बड़ा सौदा भी करेंगे. जिसका उत्पादन यूपी के अमेठी में किया जाएगा.

– AK-203 राइफल को इंसास राइफल्स की जगह शामिल किया जाएगा. भारतीय सेना को इनमें से 7.5 लाख राइफल मिलने की उम्मीद है.

– भारत-रूस संयुक्त उद्यम कंपनी द्वारा पांच लाख से अधिक राइफल का उत्पादन करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर होंगे.

– न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों पक्ष इग्ला-एस शॉल्डर फायर्ड मिसाइल सौदे पर चर्चा करेंगे. हालांकि, इसपर हस्ताक्षर होने की संभावना कम है.

– भारत-रूस के बीच रेसिप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक्स एग्रीमेंट हो सकता है. इसके तहत दोनों देशों की सेनाओं को एक-दूसरे के ठिकानों पर लॉजिस्टिक्स और सपोर्ट सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति होगी.

– भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु और विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के बीच नई दिल्ली में पहली 2 प्लस 2 वार्ता भी होगी.

– एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और अफगानिस्तान और सीरिया के विकास सहित प्रमुख क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर गहन चर्चा करने की उम्मीद. विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मोदी-पुतिन वार्ता में अफगानिस्तान के हालात पर भी हुई चर्चा.

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