नयी दिल्ली : कोविड 19 के लिए बनाया गया रूस का वैक्सीन स्पुतनिक वी (Sputnik V) अगले सप्ताह कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज पहुंच जायेगा. ऐसी सूचना है कि इस मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन पर फेज-2 और फेज-3 का ह्यूमन क्लिनिकल ट्रॉयल होगा.
वैक्सीन के ह्यूमन ट्रॉयल का फैसला तब लिया गया जब डॉ रेड्डी के प्रयोगशाला में इसे करने की अनुमति मिल गयी. मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल आरबी कमल ने बताया कि अगले सप्ताह से यहां वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रॉयल शुरू हो जायेगा.
अबतक 180 से अधिक वालंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है. रिसर्च के प्रमुख सौरभ अग्रवाल ने बताया कि वैक्सीन की एक खुराक दिये जाने के बाद यह निर्धारित किया जायेगा कि उन्हें और दवा दी जानी है या नहीं. वैक्सीन का एक डोज दिये जाने के बाद वालंटियर्स की स्थिति को देखा जायेगा, उसपर होने वाले असर का विश्लेषण किया जायेगा, ताकि यह पता किया जा सके कि वैक्सीन सफल है या नहीं.
कमल अग्रवाल ने बताया कि वालंटियर्स पर वैक्सीन के प्रभावों का अध्ययन सात महीने तक किया जायेगा. वैक्सीन का डोज एक, दो या तीन बार वालंटियर्स को दिये जाने के बाद उसके असर का देखा जायेगा और उसका अध्ययन किया जायेगा. जिसके बाद वैक्सीन के इस्तेमाल पर आगे निर्णय लिया जायेगा.
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कॉलेज ने वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रॉयल की अनुमति दे दी है. वैक्सीन को माइनस 20 से माइनस 70 डिग्री के तापमान पर रखा जायेगा. सितंबर में डॉ रेड्डी और रूस के बीच समझौता हुआ था जिसके तहत Sputnik V के भारत में वितरण और क्लिकिल ट्रॉयल को लेकर समझौता हुआ था.
Posted By : Rajneesh Anand