नयी दिल्ली : भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान पर मास्को की स्थिति नयी दिल्ली के ‘बहुत करीब’ है. दोनों देश चाहते हैं कि अफगानिस्तान का स्वामित्व हो और अफगान में सरकार बने.
The country & people need time to introspect. Give them some time & a ray of hope. It's early to say if there is complete understanding. Let us bring them on board &talk to them &bring our ideas closer to them..I'm optimistic about it: Russian Ambassador to India Nikolay Kudashev
— ANI (@ANI) September 6, 2021
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रूसी राजदूत कुदाशेव ने कहा कि ”अफगानिस्तान में हम दोनों को सुरक्षा, पूर्वानुमेयता और समावेशी सरकार की क्या जरूरत है, जो अफगान लोगों की जरूरतों को पूरा करेगी. अफगान के स्वामित्व वाली और अफगान सरकार बने. यही भारतीय स्थिति की मूल बातें हैं, जो हमारे बहुत करीब है.”
रूसी राजदूत निकोले कुदाशेव ने आतंकवाद के संभावित पुनरुत्थान पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि इन खतरों को रोकने के लिए ये सबसे अच्छा है. ”क्या हम आतंकवाद के पुनरुत्थान के वादे से चिंतित हैं? हां, हम वही हैं, जो आप करते हैं. हम क्या कर सकते थे? हम इस खतरे का सामना कर सकते हैं और अफगानिस्तान और उसके आसपास की स्थिति को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर सकते हैं.”
तालिबान की मान्यता के सवाल पर, रूसी राजदूत ने कहा, ”मान्यता (अफगानिस्तान में सरकार की) कहना जल्दबाजी होगी. क्या काबुल में आधिकारिक तौर पर कोई सरकार या कोई शासी ढांचा उपलब्ध है? अभी नहीं. इसे खुद अफगानों ने स्वीकार किया है. दशकों के युद्ध के बाद, यह हमारे लिए आश्चर्य की बात नहीं है.”
देश में चल रहे हालात पर राजदूत ने कहा कि अफगानिस्तान और देश के लोगों को आत्मनिरीक्षण के लिए समय चाहिए. उन्होंने कहा, ”उन्हें कुछ समय और आशा की किरण दें. यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या पूरी समझ है? आइए] हम उन्हें बोर्ड पर लाएं और उनसे बात करें और अपने विचारों को उनके करीब लाएं. मैं इसके बारे में आशावादी हूं.”
तालिबान ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है और नयी सरकार के गठन की घोषणा अगले कुछ दिनों में की जायेगी. इससे पहले आज, तालिबान ने घोषणा की थी कि पंजशीर तालिबान के नियंत्रण में आनेवाला अंतिम अफगान प्रांत बन गया है. हालांकि, प्रतिरोध बलों ने तुरंत इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि उनके नेता अहमद मसूद जल्द ही एक बयान देंगे.