सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव के लिए भरी हुंकार, डबल इंजन सरकार को बताया फेल, जानें क्या कहा
राजस्थान की राजनीति के बड़े धुरंधर और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी अब विधानसभा चुनाव को लेकर हुंकार भरी है. उन्होंने बीजेपी पर कई हमले किए है. पढ़े उन्होंने क्या कहा...
Sachin Pilot On BJP : साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे है. ऐसे में बीजेपी, कांग्रेस समेत सभी दल तैयारी को अंतिम रूप देने की कोशिश में जुटी हुई है. पीएम मोदी भी गुरुवार को राजस्थान के सीकर पहुंचे और एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य सरकार समेत सभी विपक्षी दलों पर निशाना साधा. अब ऐसे में राजस्थान की राजनीति के बड़े धुरंधर और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी अब विधानसभा चुनाव को लेकर हुंकार भरी है. उन्होंने बीजेपी पर कई हमले किए है.
”बीजेपी की सरकारें राज्यों में फेल”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार को कहा है बीजेपी की सरकारें राज्यों में फेल होती नजर आ रही है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और मणिपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि इन राज्यों समेत कई अन्य राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकारें विफल हो गई हैं और उनके पास चुनाव के लिए अब कोई मुद्दा नहीं बचा है. साथ ही सचिन पायलट ने विश्वास जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में सरकार बनाने जा रही है.
”कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार बनाएगी”
पायलट ने टोंक में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और मणिपुर सहित कई राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकारें विफल हो गई हैं. उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है.’ साथ ही उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में सभी चार राज्यों में अपनी सरकार बनाएगी.” पायलट टोंक जिले के दो दिवसीय दौरे पर थे जहां उन्होंने आज कृषि उपज मंडी में मिनी फूड पार्क और अन्य निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया.
”किसानों की उन्नति के लिए काम किया”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसानों की उन्नति के लिए काम किया है. मंडी व्यवस्था को मजबूत बनाया है.’’ भाजपा पर किसान विरोधी काले कानून लाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि यदि ये काले कानून वापस नहीं लिये जाते तो मंडी व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो जाती और किसान बर्बाद हो जाते. पायलट ने राजस्थान की अशोक गहलोत नीत सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी नीतियों और कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करेगी और सरकार तथा संगठन को साथ लेकर चुनाव लड़ेगी.
”भाजपा नीत सरकार कालाधन नहीं ला सकी”
साथ ही बीजेपी पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा नीत सरकार के नौ साल हो गये हैं, लेकिन वह कालाधन नहीं ला सकी और दूसरी ओर उसके शासन में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के कार्रवाई पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है और भाजपा को जनता से जुड़े मुद्दों की कोई चिंता नहीं है.
कांग्रेस ने कसी कमर, बीजेपी दमखम दिखाने को तैयार
इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर जहां एक ओर कांग्रेस ने कमर कस ली है, वहीं बीजेपी भी अपना दमखम दिखाने को तैयार है. लेकिन बात अगर राजस्थान की राजनीति की करें तो राज्य में सरकार के बीच सबकुछ ठीक है ऐसा नहीं कहा जा सकता है. 2018 के चुनावी परिणाम आने के बाद से ही जहां एक ओर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पेलोट ने बीच जिस तरह के मतभेद रहे है, उसका प्रभाव इस बार के विधानसभा के चुनाव में पड़ सकता है.
राजस्थान में लाल डायरी चर्चा का केंद्र
वहीं, बीते दिनों राजस्थान में लाल डायरी चर्चा का केंद्र बनी रही. बता दें कि राजस्थान सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मणिपुर वायरल वीडियो मामले पर विधानसभा में सरकार को ही घेरा था और कहा था कि ऐसे मामलों में सरकार को दूसरी की निंदा करने के अलावा अपने आप में भी देखना चाहिए. सरकार पर सवाल खड़ा करने के बाद उन्हें जहां एक ओर बर्खास्त कर दिया गया, वहीं अगले दिन सदन में उनके प्रवेश पर हुए ड्रामा और लाल डायरी की चर्चा ने केंद्रीय राजनीति की नजर राजस्थान में खींच लाई.
राजस्थान में कुर्सी की राह मुश्किल
ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए राजस्थान में आसान नहीं रहने वाले है. कांग्रेस को जहां एक ओर अपनी अंदरूनी परेशानी को सुलझा कर दुबारा एक साथ आना होगा और चुनाव में नजर बनाना होगा, वहीं बीजेपी को भी इस बार के चुनाव में दुबारा सत्ता की पाने के लिए संघर्ष करना होगा. राजस्थान में बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री के छेरे पर भी कई सवाल खड़े हो रहे है.