पिछले चुनाव में कांग्रेस की जीत में सचिन पायलट का योगदान नहीं ? राजस्थान में इस बार कांग्रेस का मिशन 156
Rajasthan Election 2023 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट या उनके बयानों का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा और कहा कि वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मोदी लहर का सामना करना पड़ा. जानें क्या कहा
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में इसी साल चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ने कमर कस ली है और दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहीं हैं. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चुनाव को लेकर एक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में 156 सीट जीतने का लक्ष्य है जिसे हम हासिल करके दिखाएंगे.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जनादेश मिलने के पीछे उनकी पिछली सरकार का काम मुख्य वजह रहा. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की और उक्त बातें कही.
मिशन 156 पर कांग्रेस
आगे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने जब 1998 में सरकार बनायी थी, तब हमारे पास 156 सीट थीं और उस समय मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था.. तो मैं चाहूंगा कि हम लोग मिशन 156 को लकर चलें. गहलोत ने अपने पूर्व उपमुख्य मंत्री सचिन पायलट पर निशाना साधा और कहा कि वर्ष 2018 में बनी सरकार का मुख्य कारण यह था कि लोग उनकी पुरानी सरकार के कामों को याद करते हैं.
सचिन पायलट और गहलोत के बीच जुबानी जंग
यहां चर्चा कर दें कि कि सचिन पायलट ने हाल की जनसभाओं में इस बात का उल्लेख किया था कि जब वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख थे तब वर्ष 2013 से 2018 तक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रयास के कारण राज्य में पार्टी सत्ता में आयी थी. एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पायलट ने युवा पीढ़ी के बारे में सोचने और उन्हें एक मौका देने के लिए बड़ों को सोचने की आवश्यकता के बारे में भी बात की. पायलट ने बार-बार कहा है कि वर्ष 2013 में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर 21 रह गयी थी और इस सीमय पार्टी आलाकमान ने उन्हें राज्य में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख बनाया था.
भाजपा के पास सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं
मुख्यमंत्री ने पायलट या उनके बयानों का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा और कहा कि वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मोदी लहर का सामना करना पड़ा, लेकिन छह महीने बाद लोगों को गहलोत सरकार को उसके कार्यों के कारण याद आने लग गयी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में हमारी सरकार बनने का मुख्य कारण यह था कि लोगों ने हमारी पुरानी सरकार के कार्यों को याद किया. भाजपा के पास सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है और कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है और जनता सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से खुश है.
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा का जिक्र
अशोक गहलोत ने कहा कि देशभर में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा जैसी राज्य सरकार की योजनाओं की चर्चा हो रही है और पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करने समेत राज्य सरकार के अन्य फैसलों से कर्मचारियों में खुशी है. उन्होंने विपक्षी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को खरीद-फरोख्त में महारत हासिल है और उसने दूसरे राज्यों में सरकारें गिराईं, लेकिन राजस्थान में विफल रही क्योंकि विधायकों और जनता ने उसका समर्थन किया. गहलोत ने कहा कि वह राजस्थान भजपा के निशाने पर हैं, इसलिए भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और अन्य नेता बार-बार राजस्थान आते रहते हैं.
भाषा इनपुट के साथ