SAD-BSP Alliance : BJP को छोड़ने वाली पार्टी को मायावती पर भरोसा! पंजाब में चुनाव से पहले हुआ अकाली दल और बसपा का गंठबंधन
Punjab Election 2022 SAD and BSP Alliance : पंजाब में अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab vidhan sabha chunav 2020 ) को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. पिछले साल किसानों के मुद्दे पर भाजपा का साथ छोडने वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने मायावती की पार्टी बसपा से गंठबंधन करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि शिरोमणि अकाली दल और बसपा ने गठबंधन किया है. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे.
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शिरोमणि अकाली दल और बसपा ने गठबंधन किया
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2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे
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सुखबीर सिंह बादल ने कृषि विधेयकों के विरोध में एनडीए से अलग होने की घोषणा की थी
SAD and BSP Alliance : पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab vidhan sabha chunav 2020 ) को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. पिछले साल किसानों के मुद्दे पर भाजपा का साथ छोडने वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने मायावती की पार्टी बसपा से गंठबंधन करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि शिरोमणि अकाली दल और बसपा ने गठबंधन किया है. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे.
आपको बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कृषि विधेयकों के विरोध में पिछले साल भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने की घोषणा की थी. पार्टी की कोर समिति की बैठक के बाद उन्होंने यह घोषणा की थी.
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बसपा पंजाब के 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ेगी
गठबंधन की घोषणा करते हुए अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इसे ‘‘पंजाब की राजनीति में नया सवेरा बताया. बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा की उपस्थिति में उन्होंने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है… पंजाब की राजनीति की बड़ी घटना है. अकाली दल और बसपा साथ मिलकर 2022 विधानसभा चुनाव और अन्य चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि मायावती नीत बसपा पंजाब के 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ेगी, बाकी सीटें अकाली दल के हिस्से में आएंगी.
बसपा के हिस्से ये सीटें
बसपा के हिस्से जो सीटें आएंगी उसमें जालंधर का करतारपुर साहिब, जालंधर पश्चिम, जालंधर उत्तर, फगवाड़ा, होशियारपुर सदर, दासुया, रुपनगर जिले में चमकौर साहिब, पठानकोट जिले में बस्सी पठाना, सुजानपुर, अमृतसर उत्तर और अमृतसर मध्य आदि सीटें आयी हैं. इससे पहले अकाली दल का भाजपा के साथ गठबंधन था.
क्या कहा था सुखबीर सिंह बादल ने : भाजपा से अलग होते वक्त सुखबीर ने कहा था कि शिरोमणि अकाली दल की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई कोर समिति की हुई आपात बैठक में भाजपा नीत एनडीए से अलग होने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया. उन्होंने कहा था कि सरकार ने किसानों की भावनाओं का आदर करने के बारे में भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी दल अकाली दल की बात नहीं सुनी. इससे पहले, 17 सितंबर 2020 को सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और अकाली दल की वरिष्ठ नेता हरसिमरत कौर ने कृषि विधेयकों के विरोध में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
SAD and BSP form alliance, to contest 2022 Punjab Assembly polls together: Sukhbir Singh Badal
— Press Trust of India (@PTI_News) June 12, 2021
Posted By : Amitabh Kumar