नयी दिल्ली: सरकारी अस्पतालों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं, इसका जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आम आदमी के रूप में अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं. नयी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को एक गार्ड ने डंडा मार दिया.
स्वास्थ्य मंत्री ने खुद यह खुलासा सफदरजंग अस्पताल में आयोजित एक कार्यक्रम में किया. अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि एक दिन वह आम आदमी के रूप में यहां निरीक्षण करने के लिए आये थे. रात के करीब 9-9:30 बजे इमरजेंसी की अव्यवस्था देख वह आहत हुए. उन्होंने इमरजेंसी में जाने की कोशिश की, तो वहां के गार्ड ने उन्हें (मंडाविया को) डंडा मार दिया.
इतना ही नहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान अस्पताल की व्यवस्था की पोल खोल दी. कहा कि एक 75 साल की बुजुर्ग महिला अपने बेटे के लिए स्ट्रेचर के लिए परेशान थी. किसी ने उसकी मदद नहीं की. बाद में उन्होंने (स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया) ने उनकी मदद की और बुजुर्ग महिला के बेटे के लिए स्ट्रेचर की व्यवस्था की. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल का यह हाल अच्छी बात नहीं है.
मनसुख मंडाविया ने आगे बताया कि सफदरजंग अस्पताल में गार्ड से डंडा खाने के बाद वह दिल्ली के ही एक डिस्पेंसरी में गये. सीजीएसए की डिस्पेंसरी में मरीजों के प्रति वहां के डॉक्टरों का व्यवहार देखकर वह बेहद प्रभावित हुए. बाद में उस रात वहां कार्यरत डॉक्टर को अपने कार्यालय में बुलाकर उन्हें सम्मानित किया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सफदरजंग अस्पताल में कार्यशैली बदलने की सख्त जरूरत है.
सफदरजंग अस्पताल के प्रबंधन से जब यह पूछा गया कि उस गार्ड के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई या नहीं, तो उन्होंने कहा कि उनकी प्राथिकता कार्रवाई नहीं है. अस्पताल की व्यवस्था को सुधारना ज्यादा जरूरी है. इस पर ध्यान केंद्रित किया गया है और व्यवस्था में बहुत हद तक सुधार भी हुआ है.
Posted By: Mithilesh Jha