Sambhal Violence: संभल हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने रविवार 1 दिसंबर को हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस देवेंद्र कुमार अरोड़ा के नेतृत्व में इस आयोग में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद और अरविंद कुमार जैन भी शामिल हैं. मुरादाबाद डिवीजन के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह और डीआईजी मुनिराज जी ने भी टीम के साथ घटनास्थल का मुआयना किया.
जांच के दौरान जामा मस्जिद और आसपास के इलाकों में भारी सुरक्षा व्यवस्था रही. पुलिस ने रस्सियों से सुरक्षा घेरा बनाया था, जिसके भीतर आयोग के सदस्य निरीक्षण कर रहे थे. टीम ने 24 नवंबर को हुई हिंसा की उस जगह का दौरा किया, जहां मस्जिद सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव और वाहनों में आगजनी की थी.
जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने आयोग को हिंसा से संबंधित विवरण और उस दिन के हालात के बारे में जानकारी दी. न्यायिक आयोग इस बात की जांच करेगा कि यह घटना अचानक हुई थी या इसके पीछे कोई साजिश थी. साथ ही, यह भी पता लगाया जाएगा कि पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त थी या नहीं. मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि समिति को पूरी सहायता दी जा रही है और उसकी अनुशंसा के आधार पर भविष्य में ऐसे हालात रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे. वर्तमान स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है.
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