Samosa: समोसे की CID जांच से हिमाचल में क्यों गरमाई राजनीति? सीएम सुक्खू पर हमलावर हुई बीजेपी

Samosa: हिमाचल प्रदेश में इस वक्त समोसे को लेकर राजनीति गर्म है. बीजेपी लगातार कांग्रेस और राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर हमलावर है. आखिर मामला क्या है और क्यों राज्य में समोसे की राजनीति शुरू हो गई है. तो आइये आपको विस्तार से बताते हैं.

By ArbindKumar Mishra | November 9, 2024 5:58 PM

Samosa: हिमाचल प्रदेश में समोसा तब विवाद का विषय बन गया, जब एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए मंगाये गये समोसे चूकवश उनके स्टाफ को परोस दिया गया. यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन विवाद तब शुरू हुआ, जब एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि सीआईडी ने इस गड़बड़ी की जांच शुरू कर दी. फिर क्या था, विपक्ष को मौका मिल गया सरकार और कांग्रेस को घेरने का. अब इस विवाद पर सरकार और पुलिस अपना-अपना पक्ष रख रही है. जबकि इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा.

यहां समझें पूरा मामला

अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ​​मुख्यालय में 21 अक्टूबर को एक समारोह में भाग लेने गए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहुंचे थे. उसको परोसने के लिए लक्कड़ बाजार स्थित एक होटल से समोसे और केक लाये गये थे. जिसे गलती से स्टाफ में बांट दिया गया.

सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी ने कांग्रेस और हिमाचल सरकार पर बोला हमला

समोसे को लेकर जारी विवाद पर बीजेपी लगातार हिमाचल सरकार और कांग्रेस पर हमला कर रही है. हिमाचल प्रदेश बीजेपी समोसे को लेकर पोस्ट कर रही है और तंज कस रही है. एक पोस्ट में बीजेपी कुछ कार्टून पोस्ट कर लिखा, हिमाचल में अब समोसे की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी…एक अन्य पोस्ट में बीजेपी ने लिखा, कांग्रेस राज में समोसा खाया तो कहलाओगे ‘सरकार विरोधी’.. बीजेपी ने एक मिनट 16 सेकंड का वीडियो भी पोस्ट किया. जिसमें सुक्खू पर जमकर तंज कसे गए हैं.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा की निंदा की

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मुद्दे को उछालने को लेकर भाजपा की निंदा की. उन्होंने कहा कि जांच समोसे के बारे में नहीं थी जैसा कि मीडिया ने पेश किया है, बल्कि यह अधिकारियों के ‘खराब आचरण’ का पता लगाने के लिए थी. सुक्खू ने इस मुद्दे को लेकर उन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हमले को भी ‘बचकाना’ करार दिया.

सीआईडी ने क्या बताया?

अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने कहा कि सही व्यक्ति को समोसा और केक नहीं परोसे जाने के लिए जिम्मेदार लोगों ने अपने एजेंडे के अनुसार काम किया. विभाग ने कहा कि वह मामले की जांच नहीं कर रहा है. लेकिन एक लिखित रिपोर्ट सौंपी गयी है. पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट के अनुसार खाने की चीजें समन्वय की कमी के कारण सुरक्षा कर्मचारियों को परोसी गई थीं.

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