Sandeshkhali Incident: संदेशखाली का दौरा करेंगे नरेंद्र मोदी? सुवेंदु अधिकारी ने दिया बड़ा संकेत
Sandeshkhali Incident: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के संदेशखखाली का दौरा कर सकते हैं. इसकी जानकारी बंगाल बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने सोमवार को दी. संदेशखाली मामला इस समय सुर्खियों में है और इसको लेकर बीजेपी लगातार प्रदर्शन कर रही है और ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साध रही है. कोर्ट ने सुवेंदु अधिकारी को […]
Sandeshkhali Incident: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के संदेशखखाली का दौरा कर सकते हैं. इसकी जानकारी बंगाल बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने सोमवार को दी. संदेशखाली मामला इस समय सुर्खियों में है और इसको लेकर बीजेपी लगातार प्रदर्शन कर रही है और ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साध रही है.
कोर्ट ने सुवेंदु अधिकारी को संदेशखाली जाने का दिया आदेश
कोर्ट द्वारा संदेशखाली जाने की अनुमति दिए जाने पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, अनुमति 12 फरवरी को भी दी गई थी लेकिन उन्होंने धारा 144 लगा दी। आज मुझे एक विशिष्ट आदेश मिला है और मैं मंगलवार को वहां जाऊंगा और पीड़ितों के परिवारों से मिलें. कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है, मैं उनके परिवार के सदस्यों से मिलूंगा. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी संदेशखाली का दौरा कर सकते हैं.
सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर लगाया गंभीर आरोप
सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव हार जाएंगी और इसीलिए वह ये सब कर रही हैं. उन्होंने कोई विकास कार्य नहीं किया है. वे (शेख शाहजहां) को गिरफ्तार नहीं करेंगी क्योंकि उन्हें चुनाव के दौरान गुंडों की जरूरत है और उन्होंने उसे सुरक्षा दी है.
जेपी नड्डा ने संदेशखालि का दौरा करने के लिए छह सदस्यीय समिति का किया गठन
मालूम हो भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संदेशखालि का दौरा करने के लिए पार्टी सांसदों की छह सदस्यीय समिति का गठन किया है. समिति की संयोजक अन्नपूर्णा देवी हैं. केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृजलाल समिति के सदस्य हैं.
क्या संदेशखाली मामला
दरअसल संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. उसके बाद जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापा मारने पहुंची तो शाहजहां से जुड़े लोगों ने पांच जनवरी को ईडी के अधिकारियों पर हमला कर दिया था, जिसके बाद से शाहजहां फरार है. घटना के बाद इलाके में जबरदस्त हिंसा हुई.
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