चंडीगढ़ : समाज में गरीबी और अनहोनी की चपेट में आए लोगों को मदद कर मिसाल कायम करने वालों की कमी नहीं है. खासकर, सामाजिक सौहार्द्र के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित करने वाले भारत जैसे देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं है. पंजाब में संगरूर के एसएसपी मनदीप एस सिद्धू ने आर्थिक तंगी की वजह से जान गंवाने वाले किसानों की बेटियों की पढ़ाई के लिए अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा दानकर मानवता की मिसाल कायम की है. उनकी ओर से उठाए गए कदम के बाद राज्य के दो उद्यमियों ने भी किसानों की बेटियों की पढ़ाई में मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है.
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, संगरूर के एसएसपी मनदीप एस सिद्धू पंजाब में आर्थिक तंगी की वजह से आत्महत्या करने वाले किसानों की बेटियों की अच्छी पढ़ाई के लिए अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा दान करने का फैसला किया है. रिपोर्ट के अनुसार, एसएसपी मनदीप सिंह ने किसानों की बेटियों की शिक्षा के लिए सबसे पहले अपने वेतन से 51,000 रुपये दान किए हैं. इसके बाद, उन्होंने इस मद के लिए अपने वेतन से हर महीने करीब 21,000 रुपये दान करने का फैसला किया है.
Punjab | In a small effort to help the daughters of farmers who die by suicide due to financial constraints, I had announced to pay a sum of Rs 51,000 from my first pay followed by Rs 21,000 every month till the time I'm (posted) here (Sangrur): Sangrur SSP Mandeep S Sidhu (17.4) pic.twitter.com/4ef37091mL
— ANI (@ANI) April 17, 2022
मीडिया से बात करते हुए पंजाब के संगरूर के एसएसपी मनदीप एस सिद्धू ने कहा कि आर्थिक तंगी की वजह से आत्महत्या करने वाले किसानों की बेटियों की मदद करने के लिए यह एक छोटा सा प्रयास है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने वेतन से सबसे पहले 51,000 रुपये दिए हैं. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जब तक मैं यहां पदस्थापित रहूंगा, हर महीने 21,000 रुपये देता रहूंगा.
इसके साथ ही, संगरूर के एसएसपी मनदीप एस सिद्धू ने यह भी कहा कि मेरी पहल पर दो उद्यमी भी प्रेरित हुए हैं. उन्होंने कहा कि इनमें से एक ने 21 लाख रुपये देने का फैसला किया है. वहीं, दूसरे उद्योगपति ने धुरी के 13 सरकारी स्कूलों को 9 से 12वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली छात्रों के लिए 26 लाख रुपये का चेक दिया है. उन्होंने कहा कि इन सभी विद्यार्थियों को इस साल किसी प्रकार की फीस का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.