नयी दिल्ली : कोरोना वायरस के संक्रमण से इस समय पूरी दुनिया बेहाल है. अब तक दुनियाभर में ढाई करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 8 लाख 71 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना ने लोगों के जीवन शैली को भी काफी हद तक प्रभावित किया है. मास्क, हैंड सेनेटाइजर और हैंडवॉश जैसे उत्पाद अब लोगों के लिए आवश्यक सामग्री बन चुके हैं. वैसे में अब सभी के पास ये उत्पाद हर समय साथ मौजूद रहते हैं. सेनेटाइजर का इस्तेमाल लोग कोरोना से बचाव के लिए धड़ल्ले से कर रहे हैं.
लेकिन कोरोना से बचाव के चक्कर में हम अपनी सुरक्षा को भी ताक में रख दे रहे हैं. किटाणुओं से बचाने वाला सेनेटाइजर हमारे लिए कितना घातक हो सकता है इसका अंदाजा आप लगा भी नहीं सकते हैं. सेनेटाइजर का इस्तेमाल अगर सावधानी से न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है. अमेरिका के टेक्सास से एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसे जानकर आप डर जाएंगे.
दरअसल अमेरिका के टेक्सास की रहने वाली एक मिहला सेनेटाइजर के कारण हादसे का शिकार हो गयी और अभी वो आईसीयू में इलाजरत है. टेक्सास की रहने वाली केट वाइज नाम की महिला के साथ उस वक्त घटना घटी जब उसने मोमबत्ती जलायी और पास में रखी हैंड सैनिटाइजर की बोतल फट गई.
Coming up at 6– Hear from a #RoundRock woman near #Austin as she recovers in the ICU. Kate says the hand sanitizer she had put on caught fire while trying to light a candle. It left her with severe burns. #KHOU11 pic.twitter.com/BknOZEta1E
— David González (@abc7DavidGonz) September 3, 2020
सीबीएस न्यूज के अनुसार घटना के वक्त केट ने हाथ में सेनेटाइजर लगाया हुआ था और जैसे ही उन्होंने मोमबत्ती जलाई, उनके हाथ और चेहरे बुरी तरह से झुलस गये. पांच सेकंड में पूरा शरीर झुलसने लगा. जबतक केट को बचाया जाता उसका शरीर काफी हद तक झुलस चुका था.
आपको मालूम हो सेनेटाइजर में 75 फीसदी तक अल्कोहल होता है, जो की काफी ज्वलनशील होता है. इसलिए सेनेटाइजर के इस्तेमाल के लिए हमेशा कहा जाता है कि रसोई गैस, लाइटर, माचिस या ऐसी जगहों से दूर रहें जहां आग है. बच्चों के पहुंच से सेनेटाइजर को दूर रखें और जरूरत के हिसाब से ही इसका इस्तेमाल करें. विशेषज्ञों का मानना है कि सेनेटाइजर से कहीं बेहतर है साबुन का इस्तेमाल करना. हाथों को कोई भी साबुन से 20 सेकंड तक अच्छी तरह धो लेने से कोई भी वायरस से बचा जा सकता है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra