नई दिल्ली : सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ तकरीबन 10 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों ने आगामी 27 सितंबर को भारत बंद करने का ऐलान किया है. संयुक्त किसाना मोर्चा की ओर से कराए जा रहे भारत बंद में देश की कई राजनीतिक पार्टियों समेत करीब सौ संगठनों के भी शामिल होने की उम्मीद की जा रही है.
किसान संगठनों की ओर से दावा किया जा रहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बुलाए गए भारत बंद में देश की कई राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियां, ट्रेड यूनियन, किसान संघ, युवा संगठन, छात्र संगठन, शिक्षक संघ, मजदूर संगठन समेत करीब 100 संगठन शामिल होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत बंद में कई किसान संगठनों के साथ-साथ कर्मचारी संघों, कारोबारी संघों, कर्मचारियों और छात्र संगठनों, महिला संगठनों, ट्रांसपोर्टर संगठनों को शामिल किया जा रहा है.
मोर्चा ने कहा कि बंद के दौरान आयोजित रैली में अधिक लोगों को शामिल करने के लिए किसान महापंचायत आयोजित की जा रही है और साइकिल एवं मोटर साइकिल रैली का भी आयोजन किया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को 300 दिन पूरे होने के मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि यह आंदोलन देश के लाखों किसानों की इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता के बल पर टिका हुआ है और यह आगे भी जारी रहेगा.
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इस बीच, खबर यह भी है कि 27 सितंबर को किसानों के भारत बंद को अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी) ने अपना समर्थन देने का ऐलान किया है. एआईबीओसी ने सरकार से संयुक्त किसान मोर्चा की मांगों पर उसके के साथ फिर से बातचीत शुरू करने और तीन विवादित कृषि कानूनों को रद्द करने का अनुरोध किया.