Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इसकी तस्वीर सामने आई है.
‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व रहे हैं. वर्तमान सरकार के हर काम, हर मिशन में राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई देती है. सच्चे भारतीय होने के नाते, यह हमारा कर्तव्य है कि हम राष्ट्रीय एकता की दिशा में की गई कोशिश का उत्साह और ऊर्जा के साथ जश्न मनाएं, नए संकल्पों, आशाओं और उत्साह को मजबूत करें. यही सच्चा उत्सव है. उन्होंने कहा कि भारत की भाषाओं को बढ़ावा देकर हम एकता के बंधन को मजबूत करते हैं. नई शिक्षा नीति इसका ज्वलंत उदाहरण है, जिसे राष्ट्र ने गर्व के साथ अपनाया है.
इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म-जयंती पर उन्हें मेरा शत-शत नमन है. राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा उनके जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता थी. उनका व्यक्तित्व और कृतित्व देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा.
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ने दी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और अन्य गणमान्य लोगों ने सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. दिल्ली के पटेल चौक पर देश के पहले उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री की प्रतिमा पर फूल चढ़ा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और बंदी संजय कुमार तथा बीजेपी नेता सांसद बांसुरी स्वराज ने भी पटेल चौक पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की.
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पटेल को ‘‘भारत के लौह पुरुष’’ के रूप में किया जाता है याद
सरदार पटेल की जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. गुजरात के नडियाड में 1875 में जन्मे पटेल भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नायक रहे. असाधारण नेतृत्व और राष्ट्रीय एकीकरण की अडिग प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्ध पटेल को ‘‘भारत के लौह पुरुष’’ के रूप में याद किया जाता है. राष्ट्रीय एकता दिवस विभिन्न रियासतों के भारत में विलय करने में पटेल के प्रयासों की याद दिलाता है और भारत के लोगों में एकजुटता की भावना को बढ़ावा देता है.
(इनपुट पीटीआई)