Kerala gold smuggling case: मुख्य आरोपी सारथ पीएस को कोर्ट ने 7 दिन के लिए भेजा NIA की हिरासत में
केरल : केरल सोना तस्करी मामले के मुख्य आरोपी सारथ पीएस एनआईए के एक विशेष अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की 7 दिनों की हिरासत में भेज दिया है. इससे पहले इसी सप्ताह कोच्चि में एक विशेष अदालत ने इस मामले के और आरोपियों स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को आठ दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया था. एनआई ने एक अर्जी दाखिल कर पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया था.
केरल : केरल सोना तस्करी मामले के मुख्य आरोपी सारथ पीएस एनआईए के एक विशेष अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की 7 दिनों की हिरासत में भेज दिया है. इससे पहले इसी सप्ताह कोच्चि में एक विशेष अदालत ने इस मामले के और आरोपियों स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को आठ दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया था. एनआई ने एक अर्जी दाखिल कर पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया था.
अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए मुख्य आरोपी सारथ पीएस को पूछताछ के लिए एनआईए की हिरासत में भेजा है. जांच एजेंसी के आवेदन पर विचार करते हुए पहले विशेष अदालत ने सोमवार को स्वप्ना सुरेश और संदीप नैयर को आठ दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेजा था. दोनों को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था.
इन सभी पर आरोप है कि वे राजनयिक चैनल का इस्तेमाल कर 30 किलोग्राम से अधिक सोने की तिरूवनंतपुरम हवाई अड्डे के जरिए तस्करी करने का प्रयास कर रहे थे. इसी से जुड़े मामले में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) एर्नाकुलम ने एक व्यक्ति को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. उसे सीमा शुल्क (निवारण) विभाग ने गिरफ्तार किया था.
वहीं, गुरुवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) विधायक एम उमर ने केरल विधानसभा सचिव को एक नोटिस सौंप कर सोना तस्करी मामले के आरोपियों से कथित संबंध रखने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष पी. श्रीरामकृष्णन को पद से हटाने की मांग की. विपक्षी कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) में शामिल आईयूएमएल के विधायक ने नोटिस में आरोप लगाया है कि विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) ने मामले से जुड़े एक आरोपी की दुकान का उद्घाटन किया था.
नोटिस में कहा गया है, ‘विधानसभा अध्यक्ष का आचरण, जिनका सोना तस्करी मामले में आरोपी से कथित सबंध है और जिसकी तफ्तीश राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है, वह इस सदन की मर्यादा के अनुरूप नहीं है.’ नोटिस के जरिए उन्हें विधानसभा अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की गयी है. इसमें कहा गया है कि ‘वह पद की गरिमा को कायम रख पाने में नाकाम रहे हैं.’
Posted by: Amlesh Nandan Sinha.