नयी दिल्ली : सार्स-सीओवी-2 वायरस से शुरू हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है. भारत में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. संक्रमण के मामले में भारत ने इटली और स्पेन को भी पीछे छोड़ दिया है और सबसे अधिक संक्रमण के मामले में दुनिया का पांचवां देश बन गया है.
पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए चीन को जिमेदार माना जा रहा है. लेकिन एक शोध में पता चला है कि भारत में कोरोना का संक्रमण चीन से नहीं फैला है, बल्कि यूरोप, मिडिल ईस्ट, ओशिनिया और साइथ एशिया के इलाकों से आाया है. इन्ही देशों से भारत में सबसे अधिक लोग भारत आये. यह दावा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस ने किया है.
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इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस के वैज्ञानिकों ने यह दावा जीनोमिक्स स्टडी के आधार पर किया है. शोधकर्ताओं ने वायरस के जीनोम अनुक्रमों का विस्तृत विश्लेषण किया. विश्लेषण में पाया गया है कि 137 में से 129 भारतीयों में सार्स-सीओवी-2 वायरस इन्हीं देशों के लोगों से मिलता-जुलता है.
शोध में यह भी पता चला है कि कुछ भारतीय सैंपल ओशिनिया, कुवैत और साउथ एशियन जैसे थे. वहीं कुछ सैंपल यूरोपियन सैंपलों से मिलते-जुलते थे. कुछ सैंपल मिडिल ईस्ट और साउथ एशियन सैंपलों जैसे थे. इसी आधार पर दावा किया जा रहा है कि भारत में कोरोना का संक्रमण चीन से नहीं बल्कि यूरोप, मिडिल ईस्ट, ओशिनिया और साइथ एशिया के देशों से फैला है. 137 सैंपलों में जो शोध किये गये हैं उसमें केवल 8 सैंपल ऐसे थे जो चीन और ईस्ट के सैंपलों से मिले.
हालांकि शोध में इस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है कि भारत में वास्तव में मूल रूप से कहां से वायरस का प्रसार हुआ. गौरतलब है कि भारत में पिछले 10 दिनों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9987 नये केस सामने आये हैं और 331 लोगों की मौत भी हुई. नये आंकड़ों के अनुसार अब तक देश में कोरोना के कुल 266598 मामले हो चुके हैं और कुल मौतों की संख्या बढ़कर 7466 हो गयी है.