दिल्ली में एक इमारत गिरी, 2 लोगों की मौत, मलबे से 7 लोगों को निकाला गया, अरविंद केजरीवाल ने कही ये बात
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को दुखद करार दिया है. उन्होंने ट्वीट किया कि ये हादसा बेहद दुखद है. जिला प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है. मैं खुद घटना से जुड़ी हर जानकारी ले रहा हूं.
नयी दिल्ली: दिल्ली के सत्य निकेतन (Satya Niketan Building Collapse) इलाके में सोमवार को तीन मंजिली एक इमारत ढह गयी. इसमें से 7 लोगों को निकाला गया है. जो इमारत गिरी है, उसकी मरम्मत का काम चल रहा था. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इसमें दो लोगों की मौत हो गयी. 7 लोगों को मलबे से निकाला गया है.
दमकल की 6 गाड़ियां भेजी गयी
दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, ‘हमें अपराह्न लगभग 1:24 बजे यहां सत्य निकेतन इमारत संख्या 173 में एक मकान गिरने की सूचना मिली. इसके बाद दमकल की छह गाड़ियां मौके पर भेजी गयी. उन्होंने बताया था कि 5 मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका है, लेकिन राहत एवं बचाव कार्य में लगे लोगों ने 7 लोगों को निकाला.
ये हादसा बेहद दुखद है। ज़िला प्रशासन राहत और बचाव के काम में जुटा है। मैं ख़ुद घटना से सम्बंधित हर जानकारी ले रहा हूँ। https://t.co/dO8l2zEWon
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 25, 2022
हादसा बेहद दुखद- अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को दुखद करार दिया है. उन्होंने ट्वीट किया कि ये हादसा बेहद दुखद है. जिला प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है. मैं खुद घटना से जुड़ी हर जानकारी ले रहा हूं. वहीं, दक्षिण दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यान ने कहा कि पता चला है कि इमारत में मरम्मत का काम चल रहा था. हमने इसे डेंजर जोन घोषित कर रखा था. 31 मार्च को ही बिल्डिंग पर नोटिस चिपकाया गया था.
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श्रमिकों को बचाना थी प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि जानकारी मिली है कि इसमें दो-तीन लोग फंसे हैं. निगम के लोग राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. लगातार जानकारी आ रही है. जब तक राहत एवं बचाव कार्य खत्म नहीं हो जाता, अंतिम तौर पर कुछ भी कहना अभी संभव नहीं है. वहीं, श्री गर्ग ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता उन श्रमिकों को बचाने की है, जो इमारत के अंदर काम कर रहे थे, जिसकी मरम्मत का काम चल रहा था.’
बचाव वाहन ले जाने की थी चुनौती
उन्होंने कहा, ‘चूंकि, यह इमारत एक घनी आबादी वाली इलाके में है, इसलिए मुख्य चुनौती बचाव वाहनों को अंदर ले जाने की थी. यह कठिन काम था. हालांकि, हमारे वाहन मौके पर पहुंच गये हैं और हमारे कर्मी काम पर लग गये.’ दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, ऐसा लगता है कि इमारत मरम्मत के लिए अच्छी स्थिति में नहीं थी.
बिल्डिंग की हो रही थी मरम्मत
उन्होंने कहा, ‘यह एक पुरानी इमारत थी. मरम्मत के लिए अच्छी स्थिति में नहीं थी. हमें जांच में पता चला है कि इसे पीजी में बदलने के लिए मरम्मत का काम किया जा रहा था. इसलिए, उन्होंने ढांचे के कुछ हिस्से को तोड़ा होगा, जिससे वह गिर गया.’
इमारत में कोई नहीं रह रहा था
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मरम्मत का काम चल रहा था, इसलिए इमारत में कोई नहीं रह रहा था. यह भी पता चला है कि इसकी कोई उचित भवन योजना नहीं थी. यह नियोजित निर्माण भी नहीं था और संबंधित अधिकारियों द्वारा मंजूरी भी नहीं ली गयी थी.’