School Reopen News: बच्चोंं में घट गई है सीखने की क्षमता, 24 करोड़ से ज्यादा बच्चे प्रभावित, यूनिसेफ ने की भारत से यह अपील

School Reopen, Corona Virus, Lockdown: कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों के बंद होने का शिक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ा है. देश में लगभग एक साल तक स्कूल बंद रहे. इसका असर बच्चों के सीखने की क्षमता पर पड़ा है. ऐसा यूनिसेफ का मानना है. यूनिसेफ के अनुसार भारत में कोरोना के कारण 1.5 लाख स्कूलों के बंद होने से प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के 24.7 करोड़ बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ा है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 5, 2021 7:54 AM

School Reopen, Corona Virus, Lockdown: कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों के बंद होने का शिक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ा है. देश में लगभग एक साल तक स्कूल बंद रहे. इसका असर बच्चों के सीखने की क्षमता पर पड़ा है. ऐसा यूनिसेफ का मानना है. यूनिसेफ के अनुसार भारत में कोरोना के कारण 1.5 लाख स्कूलों के बंद होने से प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के 24.7 करोड़ बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ा है. संस्था ने भारत सरकार से अपील की है कि प्राथमिकता के आधार पर तत्काल स्कूलों को खोला जाना चाहिए.

बुधवार को यूनिसेफ ने कहा कि स्कूल बंद होने के बाद ऑनलाइन शिक्षा का दायरा बढ़ा है, लेकिन यह भारत में स्कूली शिक्षा का विकल्प नहीं हो सकता है, क्योंकि देश में चार में से सिर्फ एक बच्चे के पास इंटरनेट और मोबाइल की सुविधा उपलब्ध है. कोरोना से पहले देश में सिर्फ 24 फीसदी घरों में इंटरनेट की सुविधा थी. यही नहीं देश में इंटरनेट की उपलब्धता के मामले में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी काफी अंतर है. साथ ही इंटरनेट की पहुंच लड़कियों के मुकाबले लड़कों में अधिक है.

देश में सिर्फ 24 फीसदी घरों में इंटरनेट की सुविधा

अब तक केवल 11 राज्यों में छोटे बच्चों के स्कूल खुले : मौजूदा समय में सिर्फ आठ राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कक्षा एक से 12 तक के स्कूल खोले गये हैं, जबकि 11 राज्यों में कक्षा 6-12 और 15 राज्यों में 9-12 तक की कक्षा शुरू हुई है. स्कूल बंद होने से बच्चे मूलभूत बातें सीखने से वंचित हो रहे हैं और ऑनलाइन शिक्षा कभी स्कूली शिक्षा का पूर्ण विकल्प नहीं हो सकता है.

वैश्विक स्तर पर 9.8 करोड़ बच्चों पर असर : वैश्विक स्तर पर देखें, तो पिछले करीब नौ महीने से प्रत्येक सात में से एक बच्चा शिक्षा से वंचित रहा है. वैश्विक अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि करीब 14 देशों में फरवरी 2020 से अबतक स्कूल बंद हैं. इसमें दो तिहाई देश लैटिन अमेरिका और कैरिबीयाई द्वीप के हैं. इसका 9.8 करोड़ बच्चों पर असर पड़ा है.

गरीब बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है ज्यादा असर : स्कूल बंद होने का सबसे अधिक असर गरीब परिवार के बच्चों पर पड़ा है. इससे एक बार फिर स्कूल से बाहर रहनेवाले बच्चों की संख्या के बढ़ने का डर है. भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि यास्मीन अली हक का कहना है कि एक साल से स्कूल बंद होने से बच्चों के दैनिक क्रियाकलाप पर असर पड़ा है.

लंबे समय से स्कूल से बाहर रहने से बच्चों में स्कूल नहीं जाने की प्रवृत्ति घर कर जाती है. बच्चों की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ा है. यह चिंता का विषय है. ऐसे में सरकार को बच्चों के हित देखते हुए स्कूल खोलने का निर्णय करना चाहिए. साथ ही शिक्षकों को छूटे हुए पाठ्यक्रम को पूरा करने पर विशेष ध्यान देना होगा. कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों के बंद होने तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

Posted by: Pritish Sahay

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