इस कोरोना काल में यूपी-बिहार (School Reopen,bihar,jharkhand,up)सहित कई राज्यों ने स्कूल खोल दिया है लेकिन दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अगले आदेश तक स्कूल बंद रखने का निर्णय केजरीवाल सरकार (school reopening new guidelines) ने लिया है. इस फैसले का अभिभावकों ने स्वागत किया है. अभिभावकों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई काफी चुनौतीपूर्ण है और स्कूल के सामाजिक माहौल से मेल नहीं खाती, फिर भी ”हमारे बच्चों” की सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है. राज्यों ने स्कूल खोलने से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोविड-19 हालात के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे. सिसोदिया ने कहा कि परिजन फिलहाल स्कूल खोले जाने के पक्ष में नहीं हैं.
शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट : इधर, शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट (एएसईआर), 2020 में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के चलते स्कूल बंद होने के दौरान तीन-चौथाई बच्चों को पढ़ाई में परिवार के सदस्यों से किसी प्रकार से मदद मिली रही है. जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजीकृत छात्रों में से 60 प्रतिशत से अधिक ऐसे परिवारों से आते हैं, जिनके पास कम से कम एक स्मार्टफोन है. रिपोर्ट में कहा गया है, पंजीकृत बच्चों के बीच बीते दो साल में यह अनुपात 36.5 प्रतिशत से काफी तेजी से बढ़कर 61.8 प्रतिशत हो गया है. सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूलों में पंजीकृत छात्रों के परिवारों में प्रतिशत के मामले में समान वृद्धि हुई है.
यहां किया गया सर्वे : रिपोर्ट के अनुसार, वे राज्य जहां स्मार्टफोन धारक परिवारों वाले बच्चों के अनुपात में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, उनमें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा शामिल हैं. यह अध्ययन 26 राज्यों और चार केन्द्रशासित प्रदेशों में किया गया था. इस दौरान 52,227 परिवारों और पांच से 16 साल के आयुवर्ग के 59,251 बच्चों तथा प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान कर रहे 8,963 सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्राचार्यों से संपर्क किया गया था.
झारखंड का हाल: झारखंड में स्कूल कॉलेज खोलने को लेकर राज्य सरकार ने अबतक कोई फैसला नहीं लिया है. कई तारीखों की चर्चा थी लेकिन सरकार ने अबतक इस दिशा में कोई आदेश नहीं दिया है. इस विषय पर सरकार विचार कर रही है. सरकार ने कहा था कि छात्रों की जान को खतरे में डालना उचित नहीं होगा. राज्य सरकार ने अभिभावकों और शिक्षा जगत के लोगों से राय लेने के बाद स्कूलों को 31 अक्टूबर, 2020 तक नहीं खोलने का फैसला किया है. संभव है कि इस तारीख के बाद सरकार कोई अहम फैसला ले.
अन्य राज्यों में क्या: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन रेड्डी ने कहा है कि राज्य के स्कूल 2 नवंबर से खोल दिये जाएंगे. छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा है कि सूबे में कोरोना की स्थिति को देखते हुए फिलहाल स्कूल बंद रखे जाएंगे. मेघालय की बात करें तो यहां की सरकार ने स्कूल खोलने को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं. कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को केवल कंसल्टेशन के लिए स्कूल आने की अनुमति प्रदान की जाएगी जबकि कक्षा 9-10 के छात्र भी कंसल्टेशन के लिए आ सकेंगे. खबरों की मानें तो हरियाणा सरकार कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल सकती है. उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में 15 अक्टूबर से स्कूल खुल चुके हैं.
-स्कूल जाना अनिवार्य नहीं, ऑनलाइन क्लासेज का भी विकल्प
-स्कूल जाने के लिए अभिभावकों की लिखित अनुमति जरूरी
-परिसर, फर्नीचर, स्टेशनरी, पानी, शौचालयों का संक्रमणमुक्त जरूरी
-सिटिंग प्लान में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान, अलग-अलग टाइम टेबल
-स्कूल में डॉक्टर या नर्स या अटेंडेंट फुल टाइम मौजूद होना चाहिए
-छात्र, शिक्षक के हेल्थ स्टेटस को अपडेट करना जरूरी
Posted By : Amitabh Kumar