कोरोना से बेहाल हुआ एजुकेशन सेक्टर ! 1000 से अधिक स्कूल बिल्डिंग बिक्री को तैयार
School Reopening, School reopen guidelines, corona crisis : कोरोना वायरस का कहर अब स्कूल के क्षेत्रों में भी पड़ना शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि कोरोना मार के कारण तकरीबन 1000 से अधिक स्कूल बंद होने की कगार पर पहुंच गई है, जिसके बाद इन स्कूलों को बेचने की तैयारी चल रही है. ये सभी स्कूल अगले दो से तीन साल में बेच दिए जाएंगे. बता दें कि जो स्कूल कंगाली की हालात में पहुंच गई है, उनमें अधिकतर कम फीस लेने वाले स्कूल हैं.
School news : कोरोना वायरस का कहर अब स्कूल के क्षेत्रों में भी पड़ना शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि कोरोना मार के कारण तकरीबन 1000 से अधिक स्कूल बंद होने की कगार पर पहुंच गई है, जिसके बाद इन स्कूलों को बेचने की तैयारी चल रही है. ये सभी स्कूल अगले दो से तीन साल में बेच दिए जाएंगे. बता दें कि जो स्कूल कंगाली की हालात में पहुंच गई है, उनमें अधिकतर कम फीस लेने वाले स्कूल हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने एजुकेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की अग्रणी कंपनी सेरेस्ट्री वेंचर्स के हवाले से बताया कि कोरोना संकट के कारण तकरीबन 1000 से अधिक स्कूल बंद होने की कगार पहुंच गई, जिसके कारण इन स्कूलों को बेचने की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि जिन स्कूलों की बिक्री होने वाली है, उनमें अधिकतर की फीस सलाना 50000 रुपये है.
फीस जमा बना सबसे कारण– सेरेस्ट्री वेंचर्स ने बताया कि इन स्कूलों में आई कंगाली का सबसे बड़ा कारण फीस जमा का नियय बना. लॉकडाउन में सरकार द्वारा स्कूलों को लेकर जारी निर्देश में फीस जमा को लेकर गाइडलाइंस बना दिए गए. इसी कारण स्कूलों को क्राइसिस का सामना करना पड़ा है.
21 सितंबर से खुलेंगे स्कूल- कोरोना महामारी के कारण मार्च से बंद स्कूल देश के कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 21 सितंबर से खुलने जा रहे हैं. लेकिन ये स्वैच्छिक होगा, यानी कि जो छात्र जाना चाहते हैं, वो अपने शिक्षकों से सलाह लेने के लिए स्कूल जा सकते हैं. किसी को स्कूल जाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकेगा. आपको बता दें कि मार्च में कोरोना की दस्तक के बाद से ही स्कूलों पर ताला लटका हुआ है.
53 लाख के पार – देश में कोरोना मरीजों की संख्या 53 लाख के करीब पहुंच गई है, जबकि अब तक भारत में 85000 मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं बिहार में मरीजों की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच गई, जबकि झारखंड में 68 हजार से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra