Unlock 1 : खुलेंगे स्कूल तो ऐसा होगा बच्चों का सिलेबस, क्लास के समय में होगी कटौती
Unlock 1 : मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्रालय ने कोविड-19 (COVID 19) महामारी के चलते बंद कर दिये गये विद्यालयों को खोलने (schools re open) के संबंध में राज्यों एवं अन्य संबंधित पक्षों के साथ विचार-विमर्श शुरू किया है. मामले को लेकर एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal, Union Human Resource Development Minister) ने मंगलवार को कहा कि अभिभावकों के बहुत सारे अनुरोध हमारे पास आ रहे हैं. इसे देखते हुए हमने सिलेबस (syllabus and timing of school) को कम करने और पठन-पाठन के समय में कटौती पर विचार करने का फैसला किया है.
मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी के चलते बंद कर दिये गये विद्यालयों को खोलने के संबंध में राज्यों एवं अन्य संबंधित पक्षों के साथ विचार-विमर्श शुरू किया है. मामले को लेकर एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को कहा कि अभिभावकों और शिक्षक के बहुत सारे अनुरोध हमारे पास आ रहे हैं. इसे देखते हुए हमने सिलेबस को कम करने और पठन-पाठन के समय में कटौती पर विचार करने का फैसला किया है.
In view of the current circumstances and after receiving a lot of requests from parents and teachers, we are contemplating the option of reduction in the syllabus and instructional hours for the coming academic year: Ramesh Pokhriyal, Union Human Resource Development Minister pic.twitter.com/4fooL4BZIc
— ANI (@ANI) June 9, 2020
इससे पहले स्कूल शिक्षा सचिव अनिता करवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्यों के शिक्षा सचिवों ने विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, विद्यालयों में स्वच्छता संबंधी उपायों और ऑनलाइन एवं डिजिटल शिक्षण से जुड़े मुद्दों पर सोमवार को चर्चा की. बाद में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट किया कि विद्यालय शिक्षा से संबंधित मुद्दों पर राज्य सरकारों से बहुमूल्य सुझाव मिले. हमारी प्राथमिकता विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की संरक्षा और सुरक्षा रही है. उन्होंने लिखा कि प्राप्त सुझावों का विचार किया जाएगा और उन्हें कोविड-19 के दौर में शिक्षा के क्षेत्र में दिशानिर्देशों को तैयार करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार परिवार मंत्रालय तथा केंद्रीय गृहमंत्रालय के पास भेजा जाएगा.
Also Read: देश के सभी इलाकों में कोरोना नहीं है अपने चरम पर, मृत्यु दर को पांच प्रतिशत से कम पर रोकना जरूरी
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार राज्यों ने अलग अलग चरणों में कक्षाओं, उपस्थिति पंजिका की अनिवार्यता हटाने, विद्यार्थियों को एक एक दिन छोड़कर बुलाने और किसी आकस्मिक स्थिति से बचने के लिए शिथिल कार्ययोजना का सुझाव दिया है. एक अधिकारी ने कहा कि सरकार का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि बिना उपयुक्त विचार-विमर्श के हड़बड़ी में कुछ नहीं किया जाएगा तथा कोई भी निर्णय लेने के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा को शीर्ष पर रखा जाएगा.
11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिये वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर
आपको बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने पिछले दिनों 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिये वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है जो कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में उन्हें घर से पठन पाठन जारी रखने में मदद करेगा. केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उच्च माध्यमिक कक्षा के लिये वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी करते हुए कहा था कि कोविड-19 जनित परिस्थितियों के मद्देनजर राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा विकसित 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया. इससे पहले कक्षा 1 से लेकर कक्षा 10 तक के लिए वैकल्पिक कैलेंडर जारी किए जा चुके हैं.
Posted By : Amitabh Kumar